ETV Bharat / state

लखनऊ: मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को दी बधाई - महर्षि बाल्मीकि जयन्ती ताजा खबर

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को महर्षि वाल्मीकि जयन्ती की बधाई दी. उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने भगवान श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में पहुंचाया है.

महर्षि बाल्मीकि जयन्ती.
author img

By

Published : Oct 12, 2019, 9:18 PM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है. शनिवार को जारी एक बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाव्य रामायण के रचयिता की जयन्ती श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है.

इसे भी पढ़ें-उन्नाव में दशानन बने रोजगार का जरिया, पूर्णमाशी को होगा रावण दहन

आपको बताते चलें कि आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था. इस बार शरद पूर्णिमा 13 अक्तूबर को होने की वजह से उसी दिन महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई जाएगी. महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं. उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की थी.

श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में महर्षि बाल्मीकि ने पहुंचाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने आदिकाव्य रामायण की रचना कर लोगों को सत्य एवं कर्तव्य परायणता पर चलने का मार्ग दिखाया. भगवान श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि को जाता है.

इसे भी पढ़ें- बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने को शिक्षक अपनाते हैं ये तरीके

भगवान श्री राम से हमे मिलती है प्रेरणा
वो आगे कहते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जीवन हम सभी को त्याग, मर्यादाओं के पालन और कर्तव्य परायणता की सीख देता है. भगवान श्री राम से हमे सदैव धर्म का अनुसरण करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है. उनके द्वारा दी गई शिक्षा और आदर्शों को अपनाकर प्रगतिशील एवं समरसतायुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है.

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि वाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है. शनिवार को जारी एक बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाव्य रामायण के रचयिता की जयन्ती श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है.

इसे भी पढ़ें-उन्नाव में दशानन बने रोजगार का जरिया, पूर्णमाशी को होगा रावण दहन

आपको बताते चलें कि आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था. इस बार शरद पूर्णिमा 13 अक्तूबर को होने की वजह से उसी दिन महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई जाएगी. महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं. उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की थी.

श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में महर्षि बाल्मीकि ने पहुंचाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने आदिकाव्य रामायण की रचना कर लोगों को सत्य एवं कर्तव्य परायणता पर चलने का मार्ग दिखाया. भगवान श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि को जाता है.

इसे भी पढ़ें- बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने को शिक्षक अपनाते हैं ये तरीके

भगवान श्री राम से हमे मिलती है प्रेरणा
वो आगे कहते हैं कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जीवन हम सभी को त्याग, मर्यादाओं के पालन और कर्तव्य परायणता की सीख देता है. भगवान श्री राम से हमे सदैव धर्म का अनुसरण करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है. उनके द्वारा दी गई शिक्षा और आदर्शों को अपनाकर प्रगतिशील एवं समरसतायुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है.

Intro:लखनऊ: मुख्यमंत्री ने महर्षि बाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को बधाई दी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महर्षि बाल्मीकि जयन्ती पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। आज यहां जारी एक बधाई संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाव्य रामायण के रचयिता की जयन्ती श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि ने आदिकाव्य रामायण की रचना कर लोगों को सत्य एवं कर्तव्य परायणता पर चलने का मार्ग दिखाया। भगवान श्रीराम की गाथा को देश-दुनिया में पहुंचाने का श्रेय महर्षि बाल्मीकि को जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जीवन हम सभी को त्याग, मर्यादाओं के पालन और कर्तव्य परायणता की सीख देता है। भगवान श्री राम से हमे सदैव धर्म का अनुसरण करते हुए जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। उनके द्वारा दी गई शिक्षा और आदर्शों को अपनाकर प्रगतिशील एवं समरसतायुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है।

Body:लखनऊConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.