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युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के लिए जेलों को करवाया गया है खालीः सीएम योगी

सीएम योगी ने शुक्रवार को 69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में रिक्त पदों पर सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सवा चार लाख युवाओं को नौकरी दी गई. यूपी में पारदर्शिता के साथ भर्ती की गई. कुछ गैंग भर्ती में वसूली करते थे. इसे विफल किया गया है.

सीएम योगी.
सीएम योगी.
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Published : Jul 24, 2021, 10:12 AM IST

Updated : Jul 24, 2021, 11:43 AM IST

हैदराबादः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर विपक्ष और लापरवाही बरतने वाले अधिकारिओं को निशाना साधते हुए ट्वीट किया था. साथ शुक्रवार को भी सीएम ने नौकरी में धांधली और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष और पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, वंशवाद, जातिवाद की राजनीति करने वालों को घबराहट हो रही है कि यदि गरीब का बच्चा पढ़ लेगा तो उनकी राजनीति समाप्त हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ गैंग भर्ती में वसूली करते थे.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में गुंडाराज के खिलाफ अक्सर ही बयान देते रहते हैं. साथ ही विपक्ष पर भी हमला बोलने से नहीं कतराते. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि, 'पिछली सरकार में वसूली गैंग सक्रिय था. नियुक्ति, ट्रांसफर, पोस्टिंग कहीं भी पारदर्शिता नहीं थी. प्रदेश के कुछ परिवार और खानदान ऐसे थे. जिनकी आजीविका का माध्यम ही वसूली थी. आज उन्हें रोककर भाजपा सरकार द्वारा हर भर्ती प्रक्रिया को शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न किया जा रहा है.

सीएम योगी का ट्वीट.
सीएम योगी का ट्वीट.

सीएम के ट्वीट के पूर्व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए करते हुए योगी सरकार पर आरोप लगाया था कि, '69000 भर्ती’ मामले में हो रहे अन्याय के खिलाफ अपने हक की मांग करने वालों को जाति के आधार पर चिन्हित करके उन पर हाथ उठाना घोर निंदनीय है. भाजपा सरकार शिक्षक-जगत पर जो मानसिक और शारीरिक प्रहार कर रही है, वो भाजपा की हिंसक प्रवृत्ति का निकृष्टतम रूप है.

इसे भी पढ़ें- यूपी के आम पर संग्राम, सीएम योगी ने राहुल गांधी के टेस्ट को बताया 'विभाजनकारी'

बता दें कि लखनऊ में शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले और OBC आरक्षण को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. कुछ ही दिनों पहले प्रदर्शन के दौरान एक अभ्यर्थी ने आत्महत्या भी कर ली थी. इसे लेकर विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा था. विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए सीएम योगी ने 21 जुलाई को ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने युवाओं को किसी के बहकावे में न आने की अपील की थी. अपील के साथ-साथ सीएम योगी ने चेतावनी भी दी थी. सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं. आज कोई गलत नहीं कर सकता है, जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे.'

प्रियंका गांधी का ट्वीट.
प्रियंका गांधी का ट्वीट.

सीएम ने यह भी कहा कि, 'ईमानदारी और शुचितापूर्ण भर्ती प्रक्रिया युवाओं को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मददगार साबित होगी. एक भी चयन पर कोई संदेह नहीं कर सकता. युवाओं के साथ खिलवाड़ और भर्ती प्रक्रिया को कलंकित करने वालों से हमारी एजेंसी सतर्क हैं. हमने जेलें भी खाली करवाई हैं. जिनको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा.

सीएम योगी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय महासिचव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा कि, 'जिस “प्रॉपर्टी” पर योगी जी बैठे हैं, वह उनकी नहीं…देश की जनता की है. याद रखें कि वह “प्रॉपर्टी” भी एक दिन जनता जब्त कर सकती है.

हैदराबादः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर विपक्ष और लापरवाही बरतने वाले अधिकारिओं को निशाना साधते हुए ट्वीट किया था. साथ शुक्रवार को भी सीएम ने नौकरी में धांधली और भ्रष्टाचार को लेकर विपक्ष और पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि, वंशवाद, जातिवाद की राजनीति करने वालों को घबराहट हो रही है कि यदि गरीब का बच्चा पढ़ लेगा तो उनकी राजनीति समाप्त हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कुछ गैंग भर्ती में वसूली करते थे.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में गुंडाराज के खिलाफ अक्सर ही बयान देते रहते हैं. साथ ही विपक्ष पर भी हमला बोलने से नहीं कतराते. उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि, 'पिछली सरकार में वसूली गैंग सक्रिय था. नियुक्ति, ट्रांसफर, पोस्टिंग कहीं भी पारदर्शिता नहीं थी. प्रदेश के कुछ परिवार और खानदान ऐसे थे. जिनकी आजीविका का माध्यम ही वसूली थी. आज उन्हें रोककर भाजपा सरकार द्वारा हर भर्ती प्रक्रिया को शुचितापूर्ण तरीके से संपन्न किया जा रहा है.

सीएम योगी का ट्वीट.
सीएम योगी का ट्वीट.

सीएम के ट्वीट के पूर्व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए करते हुए योगी सरकार पर आरोप लगाया था कि, '69000 भर्ती’ मामले में हो रहे अन्याय के खिलाफ अपने हक की मांग करने वालों को जाति के आधार पर चिन्हित करके उन पर हाथ उठाना घोर निंदनीय है. भाजपा सरकार शिक्षक-जगत पर जो मानसिक और शारीरिक प्रहार कर रही है, वो भाजपा की हिंसक प्रवृत्ति का निकृष्टतम रूप है.

इसे भी पढ़ें- यूपी के आम पर संग्राम, सीएम योगी ने राहुल गांधी के टेस्ट को बताया 'विभाजनकारी'

बता दें कि लखनऊ में शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले और OBC आरक्षण को लेकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे थे. कुछ ही दिनों पहले प्रदर्शन के दौरान एक अभ्यर्थी ने आत्महत्या भी कर ली थी. इसे लेकर विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा था. विपक्ष के हमले का जवाब देते हुए सीएम योगी ने 21 जुलाई को ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने युवाओं को किसी के बहकावे में न आने की अपील की थी. अपील के साथ-साथ सीएम योगी ने चेतावनी भी दी थी. सीएम ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं. आज कोई गलत नहीं कर सकता है, जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे.'

प्रियंका गांधी का ट्वीट.
प्रियंका गांधी का ट्वीट.

सीएम ने यह भी कहा कि, 'ईमानदारी और शुचितापूर्ण भर्ती प्रक्रिया युवाओं को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मददगार साबित होगी. एक भी चयन पर कोई संदेह नहीं कर सकता. युवाओं के साथ खिलवाड़ और भर्ती प्रक्रिया को कलंकित करने वालों से हमारी एजेंसी सतर्क हैं. हमने जेलें भी खाली करवाई हैं. जिनको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेगा.

सीएम योगी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय महासिचव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा कि, 'जिस “प्रॉपर्टी” पर योगी जी बैठे हैं, वह उनकी नहीं…देश की जनता की है. याद रखें कि वह “प्रॉपर्टी” भी एक दिन जनता जब्त कर सकती है.

Last Updated : Jul 24, 2021, 11:43 AM IST
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