लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा सत्र चलाने का नया रिकॉर्ड बनाने की दिशा में कदम उठाया है. आगामी दो अक्टूबर के आस-पास उतर प्रदेश विधान मंडल दल के दोनों सदनों को बिना ब्रेक के 48 घंटे तक चलाया जाएगा. इस विशेष सत्र बुलाए जाने को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदलीय बैठक बुलाई.
इस विशेष सत्र में उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर चर्चा होगी. इसके साथ ही गांधी दर्शन पर भी चर्चा की जाएगी. ज्ञात हो कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी की जयंती का 150वां वर्ष मना रही है. जानकरों की मानें तो यह पहली बार होगा जब यूपी के दोनों सदन लगातार 48 घंटे तक चलेंगे. इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी, संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, कांग्रेस के नेता अजय कुमार लल्लू, बसपा नेता लालजी वर्मा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मौजूद रहे.
मंत्री सुरेश खन्ना का बयान-
मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बैठक बुलाई गई थी. बैठक में तय हुआ है कि 48 घंटे का एक सतत सत्र चलेगा. यह दो अक्टूबर गांधी जयंती के आस-पास होगा. मुख्यमंत्री का यह अनोखा एजेंडा है. उत्तर प्रदेश विशेष रूप से इस पर पहल कर रहा है. सभी ने इस पर अपनी सहमति भी दी है. सत्र में विधानसभा वार सभी की स्थिति और विकास पर चर्चा होगी.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का बयान-
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने 2015 में टिकाऊ विकास के 17 लक्ष्य तय किए थे, जिसमें ऊर्जा, गरीबी, स्वास्थ्य के संबंध में मानक दिए गए थे. इसमें भारत ने भी हस्ताक्षर किया था. उन लक्ष्य को पूरा करने में जो सरकार कर सकती है वह करें, ऐसी अपेक्षा की गई थी. मुख्यमंत्री जी के सामने तय हुआ है कि विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदन 48 घंटे तक लगातार चलेंगे, जिसमें समग्र विकास के संबंध में चर्चा होगी.
कांग्रेसी नेता अजय कुमार लल्लू का बयान-
कांग्रेसी नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि यूनाइटेड नेशन में जो हस्ताक्षर हुआ था उसके संबंध में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. उत्तर प्रदेश की सतत विकास को लेकर 48 घंटे का सदन बुलाया गया है. लेकिन मेरी मांग है कि यह सदन केवल लिखा पढ़ी तक ही न रहे.