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सदन में विपक्ष पर हमलावर दिखे योगी, राम मंदिर पर भी खुलकर बोले - congress

लखनऊ की सड़कों पर जिस समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी रोड शो कर रहे थे. उसी वक्त विधानसभा के अंदर सदन में सीएम योगी विपक्ष पर हमलावर हो रहे थे. इस दौरान उन्होंने मंदिर निर्माण को लेकर भी बड़ी बात कही. सीएम योगी ने कहा कि मंदिर निर्माण मामले का निदान कोर्ट को 24 घंटे में ही कर देना चाहिए. इसमें 25 घंटा लगना ही नहीं चाहिए

सदन में विपक्ष पर सीएम योगी ने बोला करारा हमला.
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Published : Feb 12, 2019, 8:05 AM IST

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बार फिर राम मंदिर मुद्दे पर खुलकर बोले. सोमवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए कहा कि राम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है. उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय को भी जनआस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इस पर अपना फैसला सुना देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में कहा कि जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला विराजमान हैं. वहीं राम जन्मभूमि है, जिसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है.

सदन में विपक्ष पर सीएम योगी ने बोला करारा हमला.
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राम जन्मभूमि पर मंदिर को लेकर जो लोग प्रश्न उठा रहे हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि हमने अपना काम किया. हम अपना काम कर रहे हैं. अयोध्या में आस्था का सम्मान होना ही चाहिए. न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करना चाहिए. जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्म भूमि है तो जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है. मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए. 25 घंटा लगना ही नहीं चाहिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर भी हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि जो आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, उन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं होना चाहिए. हमने आस्था का सम्मान किया है. 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ आयोजन हुआ था. उस वक्त मारीशस के प्रधानमंत्री गंगा स्नान के लिए आए थे लेकिन वहां गंदगी बदबू और अव्यवस्था को देखकर वह गंगा से दूर से ही प्रणाम करके चले गए. इस बार के कुंभ की भव्यता दिव्यता और सुंदरता प्रस्तुत हुई है. जिसकी वजह से मारीशस के प्रधानमंत्री संगम में स्नान किए तो वहीं 3000 प्रवासी भारतीयों का एक बड़ा जत्थे ने भी संगम में स्नान किया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष इस पर बात नहीं करेगा. आज उनमें मुकाबला करने के लिए नैतिक साहस ही नहीं है. जिस टीम का स्वागत किया जाना चाहिए. उसे हतोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है. विपक्षी दल अपनी चोर प्रवृत्ति से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. अनावश्यक आरोप लगाते हैं. प्रयागराज की पूरी टीम ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है. विपक्ष है कि आरोप लगा रहा है.

योगी ने कहा कि आज जो लोग उंगली उठा रहे हैं, मुझे लगता है कि उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स की बात याद आ गई होगी, जब कामनवेल्थ का पैसा इंग्लैंड में फ्लैट खरीदने पर खर्च हो जाता है. हमने पारदर्शिता लाने के लिए ई टेंडरिंग की व्यवस्था की है. पूरे देश में इस मामले में बेस्ट परफॉर्मिंग अवॉर्ड मिला है. ज्ञात हो कि सदन में शुक्रवार को कांग्रेस ने कुंभ में घोटाले का मामला उठाया था.

योगी ने कहा कि दीपावली का उत्सव मनाने हम लोग अयोध्या गए. देश दुनिया अयोध्या को श्रीराम के नाम से जानती है. किसी विदेशी आक्रांता के नाम पर नहीं जानते. हमें इस बात की गौरव की अनुभूति है कि अयोध्या, मथुरा, काशी तीनों हमारे प्रदेश में हैं. डॉ. राम मनोहर लोहिया ने एक बात कही थी कि राम कृष्ण और शिव भारत के आदि राशि के पुरुष हैं. भारत राष्ट्र के आधार स्तंभ है. भारत को जोड़ने की आत्मा है. इस बात को लोहिया जी समझ सकते हैं, लेकिन उनके चेले नहीं समझ रहे हैं क्योंकि समझने के लिए बुद्धि चाहिए. लेकिन वह बाहुबल पर सब कुछ हासिल करना चाहते हैं.

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योगी ने कहा कि स्मारक घोटाले में बड़ी मजेदार बात आई. 5 साल तक जो लोग कहते थे कि स्मारक काट कर बर्बाद कर देंगे. बिजली काट दी, पत्थर हट रहे थे, टूट रहे थे. उन लोगों ने कोई ऐसी शरारत नहीं छोड़ी. अब दोनों एक हो गए.

गोमती रिवरफ्रंट पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में इन लोगों ने क्या नहीं किया. यह पैसा कहां जा रहा था. कौन मिडिलमैन था. कोर्ट स्मारकों का जो पैसा जमा करने को कहेगा वह बहुत ज्यादा 3000- 4000 करोड़ रुपए होगा. इससे ज्यादा तो इन लोगों ने लूटा है. कोई आस्ट्रेलिया तो कोई इंग्लैंड में प्रॉपर्टी लिया होगा. भारत में भी लिया होगा. यह तथ्य भी सामने आने चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खनन के ठेके नहीं थे जो 2007 से लेकर 2017 के बीच हुए किसी को भी दे दो. यह कोई टेंडर स्मारक के नहीं थे जो अपनों को ठेका पट्टा बांट दो 10 रुपये पत्थर का 1000 रुपये ले लो, लेकिन जिन लोगों ने प्रदेश को लूटा है. अराजकता के माध्यम से पब्लिक को तबाह किया है. आज वह लोग हमसे सर्टिफिकेट मांग रहे हैं, लेकिन सत्य तो सत्य होता है. सत्य को आप पराजित नहीं कर सकते हैं. वह लोग सत्य को मौन रखने के लिए दंगा करेंगे.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा की गारंटी सरकार देगी लेकिन उसे आरोप और अपने समय के कृतियों पर इन लोगों को स्वयं विचार करना चाहिए। कैसे प्रदेश में दंगाइयों को बिठाकर मुख्यमंत्री आवास पर सम्मानित करते थे। हमारी सरकार आई तो पस्त हैं। आज दंगाई कह रहे हैं कि मुझे बख्श दो। हम ठेला लगा लेंगे। गुंडई भूल गए हैं। ठेला लगाकर अपने श्रम से स्वालंबन की तरह बढ़ो। सरकार योजनाएं ला रही है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना देश के अंदर एक अभिनव प्रयोग है।


लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बार फिर राम मंदिर मुद्दे पर खुलकर बोले. सोमवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए कहा कि राम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है. उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय को भी जनआस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इस पर अपना फैसला सुना देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में कहा कि जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला विराजमान हैं. वहीं राम जन्मभूमि है, जिसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है.

सदन में विपक्ष पर सीएम योगी ने बोला करारा हमला.
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राम जन्मभूमि पर मंदिर को लेकर जो लोग प्रश्न उठा रहे हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि हमने अपना काम किया. हम अपना काम कर रहे हैं. अयोध्या में आस्था का सम्मान होना ही चाहिए. न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करना चाहिए. जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्म भूमि है तो जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है. मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए. 25 घंटा लगना ही नहीं चाहिए.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्ष पर भी हमलावर दिखे. उन्होंने कहा कि जो आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, उन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं होना चाहिए. हमने आस्था का सम्मान किया है. 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ आयोजन हुआ था. उस वक्त मारीशस के प्रधानमंत्री गंगा स्नान के लिए आए थे लेकिन वहां गंदगी बदबू और अव्यवस्था को देखकर वह गंगा से दूर से ही प्रणाम करके चले गए. इस बार के कुंभ की भव्यता दिव्यता और सुंदरता प्रस्तुत हुई है. जिसकी वजह से मारीशस के प्रधानमंत्री संगम में स्नान किए तो वहीं 3000 प्रवासी भारतीयों का एक बड़ा जत्थे ने भी संगम में स्नान किया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष इस पर बात नहीं करेगा. आज उनमें मुकाबला करने के लिए नैतिक साहस ही नहीं है. जिस टीम का स्वागत किया जाना चाहिए. उसे हतोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है. विपक्षी दल अपनी चोर प्रवृत्ति से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. अनावश्यक आरोप लगाते हैं. प्रयागराज की पूरी टीम ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है. विपक्ष है कि आरोप लगा रहा है.

योगी ने कहा कि आज जो लोग उंगली उठा रहे हैं, मुझे लगता है कि उन्हें कॉमनवेल्थ गेम्स की बात याद आ गई होगी, जब कामनवेल्थ का पैसा इंग्लैंड में फ्लैट खरीदने पर खर्च हो जाता है. हमने पारदर्शिता लाने के लिए ई टेंडरिंग की व्यवस्था की है. पूरे देश में इस मामले में बेस्ट परफॉर्मिंग अवॉर्ड मिला है. ज्ञात हो कि सदन में शुक्रवार को कांग्रेस ने कुंभ में घोटाले का मामला उठाया था.

योगी ने कहा कि दीपावली का उत्सव मनाने हम लोग अयोध्या गए. देश दुनिया अयोध्या को श्रीराम के नाम से जानती है. किसी विदेशी आक्रांता के नाम पर नहीं जानते. हमें इस बात की गौरव की अनुभूति है कि अयोध्या, मथुरा, काशी तीनों हमारे प्रदेश में हैं. डॉ. राम मनोहर लोहिया ने एक बात कही थी कि राम कृष्ण और शिव भारत के आदि राशि के पुरुष हैं. भारत राष्ट्र के आधार स्तंभ है. भारत को जोड़ने की आत्मा है. इस बात को लोहिया जी समझ सकते हैं, लेकिन उनके चेले नहीं समझ रहे हैं क्योंकि समझने के लिए बुद्धि चाहिए. लेकिन वह बाहुबल पर सब कुछ हासिल करना चाहते हैं.

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योगी ने कहा कि स्मारक घोटाले में बड़ी मजेदार बात आई. 5 साल तक जो लोग कहते थे कि स्मारक काट कर बर्बाद कर देंगे. बिजली काट दी, पत्थर हट रहे थे, टूट रहे थे. उन लोगों ने कोई ऐसी शरारत नहीं छोड़ी. अब दोनों एक हो गए.

गोमती रिवरफ्रंट पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में इन लोगों ने क्या नहीं किया. यह पैसा कहां जा रहा था. कौन मिडिलमैन था. कोर्ट स्मारकों का जो पैसा जमा करने को कहेगा वह बहुत ज्यादा 3000- 4000 करोड़ रुपए होगा. इससे ज्यादा तो इन लोगों ने लूटा है. कोई आस्ट्रेलिया तो कोई इंग्लैंड में प्रॉपर्टी लिया होगा. भारत में भी लिया होगा. यह तथ्य भी सामने आने चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खनन के ठेके नहीं थे जो 2007 से लेकर 2017 के बीच हुए किसी को भी दे दो. यह कोई टेंडर स्मारक के नहीं थे जो अपनों को ठेका पट्टा बांट दो 10 रुपये पत्थर का 1000 रुपये ले लो, लेकिन जिन लोगों ने प्रदेश को लूटा है. अराजकता के माध्यम से पब्लिक को तबाह किया है. आज वह लोग हमसे सर्टिफिकेट मांग रहे हैं, लेकिन सत्य तो सत्य होता है. सत्य को आप पराजित नहीं कर सकते हैं. वह लोग सत्य को मौन रखने के लिए दंगा करेंगे.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा की गारंटी सरकार देगी लेकिन उसे आरोप और अपने समय के कृतियों पर इन लोगों को स्वयं विचार करना चाहिए। कैसे प्रदेश में दंगाइयों को बिठाकर मुख्यमंत्री आवास पर सम्मानित करते थे। हमारी सरकार आई तो पस्त हैं। आज दंगाई कह रहे हैं कि मुझे बख्श दो। हम ठेला लगा लेंगे। गुंडई भूल गए हैं। ठेला लगाकर अपने श्रम से स्वालंबन की तरह बढ़ो। सरकार योजनाएं ला रही है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना देश के अंदर एक अभिनव प्रयोग है।


Intro:लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक बार फिर राम मंदिर मुद्दे पर खुलकर बोले। सोमवार को विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए कहा कि राम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इस पर अपना फैसला सुना देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में कहा कि जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला विराजमान है वहीं राम जन्म भूमि है जिसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है।


Body:राम जन्मभूमि पर मंदिर को लेकर जो लोग प्रश्न उठा रहे हैं, उन्हें मैं बताना चाहता हूं कि हमने अपना काम किया। हम अपना काम कर रहे हैं। अयोध्या में आस्था का सम्मान होना ही चाहिए। न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करना चाहिए। जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय की तीन सदस्यीय विशेष पीठ ने कहा कि जहां रामलला विराजमान हैं, वहीं राम जन्म भूमि है। तो जमीन बंटवारे का विवाद खत्म हो जाता है। मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए। 25 घंटा लगना ही नहीं चाहिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विपक्षी पर भी हमलावर दिखे। उन्होंने कहा कि जो आस्था का सम्मान नहीं कर सकते, उन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नहीं होना चाहिए। हमने आस्था का सम्मान किया है। 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ आयोजन हुआ था। उस वक्त मारीशस के प्रधानमंत्री गंगा स्नान के लिए आए थे लेकिन वहां गंदगी बदबू और अव्यवस्था को देखकर वह गंगा से दूर से ही प्रणाम करके चले गए। इस बार के कुंभ की भव्यता दिव्यता और सुंदरता प्रस्तुत हुई है। जिसकी वजह से मारीशस के प्रधानमंत्री संगम में स्नान किए। तो वहीं 3000 प्रवासी भारतीयों का एक बड़ा जत्थे ने भी संगम में स्नान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष इस पर बात नहीं करेगा। आज उनमें मुकाबला करने के लिए नैतिक साहस ही नहीं है। जिस टीम का स्वागत किया जाना चाहिए। उसे हतोत्साहित करने की कोशिश की जा रही है। विपक्षी दल अपनी चोर प्रवृत्ति से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। अनावश्यक आरोप लगाते हैं। प्रयागराज की पूरी टीम ने बहुत अच्छे ढंग से काम किया है। विपक्ष है कि आरोप लगा रहा है।

योगी ने कहा कि आज जो लोग पर उंगली उठा रहे हैं, मुझे लगता है कि उन्हें कामनवेल्थ गेम की बात याद आ गई होगी, जब कामनवेल्थ का पैसा इंग्लैंड में फ्लैट खरीदने पर खर्च हो जाता है। हमने पारदर्शिता लाने के लिए ई टेंडरिंग की व्यवस्था की है। पूरे देश में इस मामले में बेस्ट परफॉर्मिंग अवॉर्ड मिला है। ज्ञात हो कि सदन में शुक्रवार को कांग्रेसमें कुंभ में घोटाले का मामला उठाया था।

योगी ने कहा कि दीपावली का उत्सव मनाने हम लोग अयोध्या गए। देश दुनिया अयोध्या को श्रीराम के नाम से जानती है। किसी विदेशी आक्रांता के नाम पर नहीं जानते। हमें इस बात की गौरव की अनुभूति है कि अयोध्या मथुरा काशी तीनों हमारे प्रदेश में है। डॉ राम मनोहर लोहिया ने एक बात कही थी कि राम कृष्ण और शिव भारत के आदि राशि के पुरुष हैं। भारत राष्ट्र के आधार स्तंभ है। भारत को जोड़ने की आत्मा है। इस बात को लोहिया जी समझ सकते हैं लेकिन उनके चेले नहीं समझ रहे हैं क्योंकि समझने के लिए बुद्धि चाहिए। लेकिन वह बाहुबल पर सब कुछ हासिल करना चाहते हैं।

मंत्री योगी ने कहा कि स्मारक घोटाले में बड़ी मजेदार बात आई 5 साल तक जो लोग कहते थे कि स्मारक काट कर बर्बाद कर देंगे। बिजली काट दी, पत्थर हट रहे थे। टूट रहे थे। उन लोगों ने कोई ऐसी शरारत नहीं छोड़ी। अब दोनों एक हो गए।

गोमती रिवरफ्रंट पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में इन लोगों ने क्या नहीं किया। यह पैसा कहां जा रहा था। कौन मिडिलमैन था। कोर्ट स्मारकों का जो पैसा जमा करने को कहेगा वह बहुत ज्यादा 3000- 4000 करोड़ रुपए होगा। इससे ज्यादा तो इन लोगों ने लूटा है। कोई आस्ट्रेलिया तो कोई इंग्लैंड में प्रॉपर्टी लिया होगा। भारत में भी लिया होगा। यह तथ्य भी सामने आने चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह खनन के ठेके नहीं थे जो 2007 से लेकर 2017 के बीच हुए किसी को भी दे दो। यह कोई टेंडर स्मारक के नहीं थे जो अपनों को ठेका पट्टा बांट दो 10 रुपये पत्थर का 1000 रुपये ले लो। लेकिन जिन लोगों ने प्रदेश को लूटा है। अराजकता के माध्यम से पब्लिक को तबाह किया है। आज वह लोग हमसे सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। लेकिन सत्य तो सत्य होता है। सत्य को आप पराजित नहीं कर सकते हैं। वह लोग सत्य को मौन रखने के लिए दंगा करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर नागरिक की सुरक्षा की गारंटी सरकार देगी लेकिन उसे आरोप और अपने समय के कृतियों पर इन लोगों को स्वयं विचार करना चाहिए। कैसे प्रदेश में दंगाइयों को बिठाकर मुख्यमंत्री आवास पर सम्मानित करते थे। हमारी सरकार आई तो पस्त हैं। आज दंगाई कह रहे हैं कि मुझे बख्श दो। हम ठेला लगा लेंगे। गुंडई भूल गए हैं। ठेला लगाकर अपने श्रम से स्वालंबन की तरह बढ़ो। सरकार योजनाएं ला रही है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की योजना देश के अंदर एक अभिनव प्रयोग है।


Conclusion:रिपोर्ट- दिलीप शुक्ला, 9450663213
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