लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को एक बार फिर तलब किया है. नागरिकता कानून को लेकर प्रदेश में उपद्रव रोकने में विफल उत्तर प्रदेश पुलिस को लेकर सीएम योगी बेहद नाराज हैं. उन्होंने अधिकारियों को ऐसे असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए निर्देश दिए हैं.
सीएम ने दिया उपद्रवियों से निपटने का निर्देश
इस कड़ी में पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता से बार-बार शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे उपद्रवियों से निपटने के लिए भी निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले उपद्रवियों की संपत्ति जब्त कर इसकी भरपाई की जाएगी.
पुलिस की कोशिश नाकाम
नागरिकता कानून के खिलाफ 19 दिसंबर को लखनऊ समेत प्रदेश के कुछ शहरों में प्रदर्शन के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ हुई. पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए और लाठियां चलाई गईं. उपद्रवियों को रोकने के लिए पुलिस हर तरफ मुस्तैद रही, लेकिन तैयरी का अभाव दिखा. मसलन पुलिस के पास आंसू गैस के गोले खत्म हो गए. आशंका के अनुरूप रणनीति नहीं बनाई गई थी.
प्रदर्शनकारियों मचा रहे उत्पात
इसके बाद डीजीपी ओपी सिंह का बयान आया कि अब कहीं भी कोई ऐसी घटना नहीं होने दी जाएगी. बावजूद इसके दूसरे दिन 20 दिसंबर को भी नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदेश में प्रदर्शनकारियों ने खूब उत्पात मचाया. प्रदेश के कई जिलों में उपद्रवियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की. इसके बाद शनिवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों को तलब किया है. निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री यह नहीं चाहते कि किसी भी सूरत में अब प्रदेश के किसी कोने में इस प्रकार की घटना को कोई अंजाम दिया जाए.
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