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पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को श्रद्धांजलि, सीएम योगी व अखिलेश ने परिजनों को बंधाया ढांढस

राजधानी लखनऊ में मंगलवार को सीएम योगी व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी. सोमवार देर रात को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का निधन हो गया था.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को श्रद्धांजलि
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को श्रद्धांजलि
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Published : Oct 19, 2021, 12:58 PM IST

Updated : Oct 19, 2021, 1:05 PM IST

लखनऊ: सीएम योगी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को लखनऊ आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. आजमगढ़ के दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का सोमवार देर रात लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था, जिसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत तमाम नेताओं ने आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि.

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि दिवंगत राजनेता एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय सुखदेव राजभर के निवास स्थान पहुंचकर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने श्रद्धा-सुमन अर्पित कर शोक संतप्त परिवार से संवेदना जताई. साथ ही परिजनों से मिलकर इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन भी दिया.

अखिलेश यादव ने परिजनों को बंधाया ढांढस.
अखिलेश यादव ने परिजनों को बंधाया ढांढस.

बता दें कि, सुखदेव राजभर यूपी की राजनीति में एक बड़ा चेहरा माने जाते थे. उनकी गिनती बड़े रणनीतिकारों में होती थी. बताया जाता है कि कांशीराम के साथ मिलकर उन्होंने बीएसपी की नींव रखी थी. सुखदेव राजभर मूलरूप से आजमगढ़ जिले के बड़गहन गांव के निवासी थे. उन्होंने वकालत की थी और उनकी गिनती अच्छे वकीलों में होती थी.

  • सन् 1991 के विधानसभा चुनाव में राम लहर के बाद भी वे बीजेपी के नरेंद्र सिंह को हराकर लालगंज से पहली बार विधायक बने थे.
  • 1991-1992 वे अनुसूचित जाति जनजाति तथा विमुक्त जातियों संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य रहे.
  • 1993 के उपचुनाव में लालगंज से दोबारा जीत हासिल कर दूसरी बार एमएल बने थे.
  • 1994 अगस्त से जून 1995 तक राज्य मंत्री माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग रहे.
  • 1996 के विधानसभा चुनाव में वे भाजपा के नरेंद्र सिंह से हारने के बाद मायवती ने उन्हें विधान परिषद भेजा.
  • 2002 के विधानसभा चुनाव में वे लालगंज से तीसरी बार विधायक चुने गए.
  • 2002-03 में नियम समिति के सदस्य बने.
  • 2007 के विधानसभा चुनाव में सुखदेव राजभर चौथी बार विधायक बने, तो मायावती सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया.
  • 2017 के चुनाव में सुखदेव पांचवी बार दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए.


पढ़ें- BSP विधायक सुखदेव राजभर ने कब लिया राजनीति से संन्यास

लखनऊ: सीएम योगी और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को लखनऊ आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. आजमगढ़ के दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर का सोमवार देर रात लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया था, जिसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत तमाम नेताओं ने आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की.

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि.

समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि दिवंगत राजनेता एवं उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय सुखदेव राजभर के निवास स्थान पहुंचकर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने श्रद्धा-सुमन अर्पित कर शोक संतप्त परिवार से संवेदना जताई. साथ ही परिजनों से मिलकर इस दु:ख की घड़ी में उनके साथ खड़े रहने का आश्वासन भी दिया.

अखिलेश यादव ने परिजनों को बंधाया ढांढस.
अखिलेश यादव ने परिजनों को बंधाया ढांढस.

बता दें कि, सुखदेव राजभर यूपी की राजनीति में एक बड़ा चेहरा माने जाते थे. उनकी गिनती बड़े रणनीतिकारों में होती थी. बताया जाता है कि कांशीराम के साथ मिलकर उन्होंने बीएसपी की नींव रखी थी. सुखदेव राजभर मूलरूप से आजमगढ़ जिले के बड़गहन गांव के निवासी थे. उन्होंने वकालत की थी और उनकी गिनती अच्छे वकीलों में होती थी.

  • सन् 1991 के विधानसभा चुनाव में राम लहर के बाद भी वे बीजेपी के नरेंद्र सिंह को हराकर लालगंज से पहली बार विधायक बने थे.
  • 1991-1992 वे अनुसूचित जाति जनजाति तथा विमुक्त जातियों संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य रहे.
  • 1993 के उपचुनाव में लालगंज से दोबारा जीत हासिल कर दूसरी बार एमएल बने थे.
  • 1994 अगस्त से जून 1995 तक राज्य मंत्री माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग रहे.
  • 1996 के विधानसभा चुनाव में वे भाजपा के नरेंद्र सिंह से हारने के बाद मायवती ने उन्हें विधान परिषद भेजा.
  • 2002 के विधानसभा चुनाव में वे लालगंज से तीसरी बार विधायक चुने गए.
  • 2002-03 में नियम समिति के सदस्य बने.
  • 2007 के विधानसभा चुनाव में सुखदेव राजभर चौथी बार विधायक बने, तो मायावती सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया.
  • 2017 के चुनाव में सुखदेव पांचवी बार दीदारगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए.


पढ़ें- BSP विधायक सुखदेव राजभर ने कब लिया राजनीति से संन्यास

Last Updated : Oct 19, 2021, 1:05 PM IST
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