लखनऊ: बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 'अभ्युदय योजना' का शुभारंभ करेंगे. योजना को लेकर दिशा निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. यह जानकारी मंगलवार को मंडलायुक्त रंजन कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. सरकार गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने और उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित करने के लिए अभ्युदय योजना का शुभारंभ करने जा रही है.
प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को मिलेगी सौगात
मंडलायुक्त ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे सिविल सेवा, जेईई, नीट, एनडीए, सीडीएस में संसाधनों की कमी से ग्रामीण क्षेत्र और आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के प्रतिभावान, मेधावी परिश्रमी होते हुए भी बच्चे गुणवत्ता परक तैयारी नहीं कर पाते हैं, जिससे उनकी प्रतिभाओं का निखार नहीं हो पाता है. ऐसे में युवाओं के मार्गदर्शन के लिए राजकीय क्षेत्र में परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना हो, इसके लिए इस योजना की शुरुआत करने का निर्णय मुख्यमंत्री ने लिया है. उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए 10 फरवरी 2021 से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होगी.
मंडलायुक्त ने बताया कि दूरस्थ गांव के छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रत्येक मंडलायुक्त की देखरेख में निशुल्क प्रशिक्षण केंद्र सभी वर्गों के लिए संचालित किए जाएंगे. योजना के क्रियान्वयन के लिए अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव समाज कल्याण की अध्यक्षता में 6 सदस्य राज्य स्तरीय समिति और मंडलायुक्त की अध्यक्षता में 12 सदस्य मंडलीय समिति का गठन किया गया है.
आईएएस, आईपीएस करेंगे छात्रों का मार्गदर्शन
उन्होंने बताया कि पंजीकृत छात्रों को कक्षाओं की समय सारणी व वर्चुअल लिंक उपलब्ध कराए जाएंगे. साक्षात्कार कक्षा, वर्चुअल कक्षा और वेबीनार प्रतिदिन आयोजित की जाएगी. साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध होंगे. वहीं राज्य सरकार में कार्यरत आईएएस, आईपीएस, भारतीय वन सेवा, पीसीएस, पीपीएस संवर्ग, अन्य संवर्ग के अधिकारियों, सेवानिवृत्त अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा छात्रों के मार्गदर्शन किया जाएगा.