लखनऊ : कानपुर घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है. मुख्यमंत्री के आदेश पर गठित की गई दो सदस्यीय एसआईटी में मंडलायुक्त कानपुर राजशेखर और एडीजी कानपुर जोन आलोक सिंह को शामिल किया गया है. यह कमेटी एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट शासन को देगी. एसआईटी की रिपोर्ट के बाद दोषी अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
उल्लेखनीय है कि 3 दिन पहले कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाते समय पुलिस प्रशासन की लापरवाही के चलते मां बेटी की जलकर मौत हो गई थी. जिसके बाद से लगातार इस पूरे मामले को लेकर राज्य सरकार कठघरे में है और समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी, बहुजन समाज पार्टी की तरफ से इस पूरे मामले में कठोर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है. सरकार के निर्देश पर उप जिलाधिकारी, कोतवाली निरीक्षक, लेखपाल सहित अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी टीम को भी जांच सौंपी गई है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि कानपुर देहात में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मां बेटी की जलकर हुई मौत के मामले में सरकार की ओर से दोनों उपमुख्यमंत्री सामने आए थे. केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके और दूसरे उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने वीडियो से बातचीत में कहा था कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से गंभीर और सख्त है. इस हादसे से जुड़े किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा था कि इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है. सरकार पीड़ितों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देगी. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मसले पर ट्वीट करके कहा था कि 'कानपुर देहात की घटना दुखद है, प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच और दर्ज मुक़दमे की विवेचना में जो दोषी होगा बख़्शा नहीं जाएगा, सरकार की मंशा स्पष्ट है, अनाधिकृत क़ब्ज़ा है. तब भी ग़रीब को वैकल्पिक व्यवस्था होने तक अधिकारी बेदख़ल न करें, परंतु भूमाफ़िया को छोड़ा नहीं जाएगा. दूसरी और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लोक भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि निश्चित तौर पर हम इस मामले में जो भी जिम्मेदार होगा उस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे. किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा. समाजवादी पार्टी अपनी एक टीम को मौके पर भेज रही है.