लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज देरशाम 44वें शतरंज ओलंपियाड मशाल रिले-2022 के राजधानी लखनऊ पहुंचने पर समारोह में भाग लिया. इस अवसर पर वह चेस चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ शतरंज की चाल चलते हुए नजर आए. दरअसल आज ही आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने दोनों ही सीटों पर जीत दर्ज की है. ऐसे में आज के ही दिन सीएम शतरंज खेलने की फोटो को सोशल मीडिया में राजनीतिक परिस्थितियों से जोड़कर देखा जा रहा है.
कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ओलंपियाड मशाल जलाकर स्वागत किया. इस अवसर पर सीएम में कहा कि कहा कि शतरंज खेल को बढ़ावा देने और इसके प्रचार प्रसार के लिए भारत ने शतरंज ओलंपियाड 2022 में पहली बार मशाल रिले की शुरुआत हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले-2022 के लखनऊ आगमन पर स्वागत किया. अन्तर्राष्ट्रीय चेस फेडरेशन-फिडे द्वारा 44वें शतरंज ओलम्पियाड प्रतियोगिता को 28 जुलाई से 10 अगस्त तक चेन्नई में आयोजित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने शतरंज ओलम्पियाड मशाल रिले के आगमन पर विधान भवन के सामने आयोजित समारोह में ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनन्द के साथ भाग लिया. उन्होंने पांच बार के विश्व विजेता ग्रैण्ड मास्टर विश्वनाथन आनन्द का अभिनंदन किया. इस मौके पर उन्होंने विश्वनाथन आनंद के साथ चेस भी खेला.
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत शतरंज की इस प्रतिष्ठित अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की प्रथम बार मेजबानी कर रहा है. वर्ष 1927 से आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी भारत में पहली बार और 03 दशक में एशिया में भी पहली बार आयोजित हो रही है. उन्होंने कहा कि शतरंज ओलम्पियाड की यह मशाल रिले देश के सभी 36 राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों से गुजरेगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 जून, 2022 को नई दिल्ली में इस मशाल रिले का शुभारम्भ किया था. फिडे के अध्यक्ष अर्कडी ड्वोरकोविच ने प्रधानमंत्री जी को यह मशाल सौंपी थी, जिसे प्रधानमंत्री ने ग्रैण्ड मास्टर विश्वनाथन आनन्द को थमाया था. यह मशाल 75 शहरों से गुजरेगी. 27 जून को अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज होते हुए 05 जुलाई को झांसी से गुजरेगी. शतरंज ओलम्पियाड की इस 14 दिवसीय प्रतियोगिता में दुनिया के 150 से अधिक देशों के खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं. इस प्रतियोगिता में भारत के 20 खिलाड़ी भाग लेंगे. इनके मेंटर विश्व चैैम्पियन विश्वनाथन आनन्द होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शतरंज दो खिलाड़ियों के बीच खेला जाने वाला एक बौद्धिक एवं मनोरंजक खेल है. शतरंज व्यक्ति के धैर्य और उसके ध्यान को भी केन्द्रित करने की क्षमता विकसित करने की एक प्राचीन विधा है. शतरंज का खेल हमें अनुशासन भी सिखाता है और साथ-साथ धैर्य के साथ निर्णय की प्रतीक्षा के लिए भी हमें प्रेरित करता है. यह खेल निर्णय लेने एवं क्रिया-प्रतिक्रिया की आंकलन क्षमता में भी वृद्धि करता है.
मुख्यमंत्री ने भारतीय शतरंज महासंघ के अध्यक्ष डॉ संजय कपूर सहित सभी पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘खेलो इण्डिया’ कार्यक्रम के माध्यम से खेल की विभिन्न प्रतियोगिताओं को ग्राम सभा स्तर से लेकर राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा प्रदान की है, उत्तर प्रदेश सरकार निरन्तर इन सभी कार्यक्रमों के साथ जुड़ी हुई है।
कार्यक्रम को खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने भी सम्बोधित किया. मशाल रिले के स्वागत समारोह के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. भारत में खेलों को बढ़ावा दिए जाने के सम्बन्ध में 02 लघु फिल्में भी प्रदर्शित की गईं. यहां उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एमएसएमई नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव खेलकूद कल्पना अवस्थी आदि मौजूद थीं.
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