लखनऊ: योगी सरकार अपने एक बड़े फैसले के तहत प्रदेश में 'किन्नर कल्याण बोर्ड' गठित करने की योजना बना रही है. इस योजना के तहत ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय के हित के लिए काम किया जाएगा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस विषय में समाज कल्याण विभाग से विस्तृत प्रस्ताव की मांग की है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस बोर्ड को बनाने का उद्देश्य किन्नर समाज से जुड़े लोगों को शिक्षा, रोजगार, आवास और स्वास्थ्य संबंधी क्षेत्रों में उचित लाभ मुहैया कराना है. किन्नर समाज काफी लंबे समय से अपने लोगों के लिए अलग से दफनाने के लिए जमीन की मांग करते आ रहे हैं.
दिलचस्प बात यह है कि इनमें से कई भले ही हिंदू धर्म का पालन करते हैं, लेकिन उनके शव का दाह संस्कार नहीं किया जाता है, बल्कि दफनाया जाता है. बाकी धर्मों से ठीक उलट किन्नर की अंतिम यात्रा दिन की जगह रात के अंधेरे में निकाली जाती है, जिसमें आम लोगों को भाग लेने की इजाजत नहीं होती है.