लखनऊ : आज कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) है. 1999 में आज ही के दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी ने कारगिल युद्ध (Kargil War) के समाप्त होने और इस लड़ाई में भारत के विजयी होने की घोषणा की थी. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने करगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी है.
विजय दिवस के मौके पर राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शहीदों को के परिजनों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले मां भारती के वीर सबूतों के बच्चों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस स्कूल खोले जाने और शहीदों के परिवारों को राज्य सरकार की तरफ से अन्य सुविधाएं देने की बात कही. सीएम योगी ने कहा कि सरकार शहीदों के परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है. प्रदेश सरकार ने शहीदों के परिवार को अपने स्तर पर 50-50 लाख रुपये और उनके परिवार को एक सदस्य को नौकरी देने का काम किया है.
बता दें कि कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की शहादत को याद करते हुए आज वजीरगंज इलाके के शहीद स्मारक पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, वित्त मंत्री सुरेश खाना और नगरीय विकास मंत्री आशुतोष टंडन मौजूद रहे. इसके पहले सीएम योगी ने सीएम योगी ने ट्वीट कर लिखा कि अपने बलिदान से मां भारती का मस्तक ऊंचा रखने वाले भारतीय सेना के रणबांकुरों की असाधारण वीरता के प्रतिफल 'कारगिल विजय दिवस' की 22वीं वर्षगांठ पर सभी हुतात्माओं को कोटिशः नमन. जय हिंद.
इसे भी पढ़ें : Kargil Vijay Diwas: जांबाजों की कहानी रिटायर्ड मेजर आशीष चतुर्वेदी की जुबानी
आपको बता दें कि 21 साल पहले पाकिस्तानी (Pakistan) सेना ने करगिल सेक्टर में धोखे से एलओसी पार करके भारतीय जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी. जिसके बाद भारतीय सेना ने मां भारती की रक्षा के लिए ऑपरेशन विजय शुरू किया. भारतीय (India) सेना के शूरवीरों ने कारगिल युद्ध (Kargil War) में लोहा लिया था. इस युद्ध में भारत के रणबांकुरों ने दुश्मन सेना को नाको चने चबवा दिए. दुनिया के इस सबसे ऊंचे रणक्षेत्र में भारतीय जवानों ने अपनी वीरता और अदम्य साहस का जो परिचय दिया उसकी दूसरी मिसाल कहीं और देखने को नहीं मिलती है.
हमारे वीर जवानों 26 जुलाई को करगिल की जंग जीत कर देशवासियों को अपनी सेना पर गर्व करने का एक और मौका दिया. जिसके बाद इस दिन को कारगिल विजय दिवस के रूप मनाया जाता है. इस दिन पूरा देश कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारत माता के सैकड़ों वीर सपूतों को श्रद्धांजलि देता है. आधिकारिक रूप से कारगिल की लड़ाई 3 मई 1999 को लड़ाई शुरू हुई थी और 26 जुलाई 1999 को खत्म हुई थी. इस युद्ध में 527 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. वहीं भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कम से कम चार से पांच हजार सैनिक और आतंकवादी मारे गिराए थे.
इसे भी पढ़ें : Kargil Vijay Diwas: राइफलमैन सुनील जंग ने सबसे पहले किया था दुश्मन सेना का सामना
इसे भी पढ़ें : Kargil Vijay Diwas: युद्ध, वीरता और बरेली के हरिओम सिंह की शहादत की शौर्यगाथा
इसे भी पढ़ें : KARGIL WAR कारगिल विजय दिवस: वीरता के अद्भुत मिसाल थे शहीद धर्मवीर