लखनऊ: ग्लोबल हैंडवॉश डे के अवसर पर 'हाथ धोना रोके कोरोना' अभियान का शुभारंभ किया. इस अवसर पर प्रदेश भर के कई विभागों के सरकारी दफ्तरों में सुबह 10 से 12 बजे तक हाथ धोने का कार्यक्रम करने को कहा गया था, ताकि लोगों में जागरूकता लाई जा सके. सीएम आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाथ धोने का महत्व इस कोरोना काल सबसे अधिक सामने आया है. हाथ धुलने से कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों, संकाय सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि वैश्विक महामारी के दृष्टिगत आज का दिन एक खास महत्व रखता है, जिसका उद्देश्य साबुन से हाथ धोने की सामान्य संस्कृति को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि आधुनिक जीवन शैली में बहुत से लोग इस महत्वपूर्ण जीवन शैली से दूरी बना लेते हैं, जिसका परिणाम अनेक बीमारियों के रूप में सामने आ जाता है. पिछली एक सदी का सबसे तीव्र संक्रमण कोरोना के रूप में देखने को मिला है. इससे लड़ने में हाथ धोना सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम है.
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि कोरोना के दौरान या फिर यह कहा जाए कि स्वास्थ्य रहने के लिए हाथ धोना बहुत महत्वपूर्ण है. कोरोना का संक्रमण फैलने में हाथ सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है. साबुन से हाथ धुलने से कोरोना संक्रमण की चेन टूटेगी. कोरोना ही नहीं बल्कि कई बीमारियों को फैलने से रोकने में हाथ धुलना मददगार है. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल समेत अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे.