लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कोरोना वॉरियर्स के प्रशिक्षण के लिए मोबाइल ऐप ‘चिकित्सा सेतु’ लॉन्च किया है. चिकित्सा सेतु एप के माध्यम से चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मियों, अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां कोरोना वायरस के प्रशिक्षण के लिए चिकित्सा सेतु ऐप बनाया गया है. ऐप में छोटे-छोटे वीडियो के माध्यम से कोविड-19 से बचाव, पीपीई किट, एन95 मास्क का प्रयोग, संक्रमित मरीजों को शिफ्ट करने के संबंध में उपयोगी जानकारी दी गई है. यह वीडियो किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ (केजीएमयू) के विशेषज्ञों ने तैयार किया है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब तक इस महामारी के लिए प्रभावी दवा या वैक्सीन की खोज नहीं कर ली जाती, तब तक इसके संक्रमण से बचाव ही इसका उपचार है इसलिए इसके संक्रमण पर नियंत्रण के लिए जागरूकता का प्रसार आवश्यक है. कोरोना वायरस को रोकना एक अदृश्य शत्रु के विरुद्ध संघर्ष है. कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत में सैनिटाइजर, पीपीई किट, एन 95 मास्क का अभाव था, लेकिन आज यह सभी सामग्री देश में उपलब्ध है. प्रदेश के सभी जिलों में एल-1 और L-2 अस्पताल स्थापित किए जा चुके हैं. साथ ही ऑक्सीजन, वेंटीलेटर्स की भी व्यवस्था की गई है. इसके बावजूद फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स को सुरक्षित रखने के लिए उनका गहन प्रशिक्षण आवश्यक है. चिकित्सा सेतु ऐप में उपलब्ध सामग्री से फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स अपने प्रशिक्षण को उपयोगी व प्रभावी बना सकेंगे.
चिकित्सा सेतु ऐप की सामग्री जिलों के चिकित्सकों के फीडबैक पर आधारित है. यह एक आम जनमानस के लिए भी उपयोगी है. ऐप हिंदी में है, लेकिन इसे अन्य भाषाओं में भी डब किया जा सकता है. ऐप में कोरोना वायरस से संबंधित हेल्पलाइन के नंबर और भारत सरकार के दिशा-निर्देश भी उपलब्ध हैं. इसके माध्यम से वेबीनार भी आयोजित किया जा सकता है. ऐप का केजीएमयू चिकित्सा शिक्षा विभाग और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्मार्ट गवर्नमेंट की ओर से विकसित किया गया है.