लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए कोटा से लाए गए छात्रों से बातचीत की. मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह महामारी किसी का चेहरा, धर्म, जाति, मजहब नहीं देखती. सावधानी हटते ही व्यक्ति संक्रमण की चपेट में आ जाता है.
सीएम योगी ने कहा कि व्यक्ति, देश और समाज जिसने भी लापरवाही बरती है, वह कोविड-19 के संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं. अमेरिका, स्पेन, इटली, फ्रांस जैसे सामर्थ्यवान देश भी इस महामारी के सामने विवश महसूस कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षित और जागरूक होने के कारण सभी विद्यार्थी कोरोना वायरस कोविड-19 की वैश्विक महामारी की संवेदनशीलता से अच्छी तरह से परिचित हैं.
इस महामारी से बचाव के लिए जब तक कोई वैक्सीन या उपचार हेतु कोई दवा तैयार नहीं कर ली जाती तब तक इस पर नियंत्रण के लिए दो उपाय लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ही हैं. मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने के साथ ही उनके नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की.
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान वाराणसी की निधि, गोरखपुर की दीक्षा वर्मा, अमन यादव, मुरादाबाद की मानसी सिंह, समेत अन्य विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए. मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की अपील की उन्होंने कहा कि यह ऐप कोविड-19 से बचाव में बहुत उपयोगी है. सीएम योगी ने विद्यार्थियों से कहा कि सभी छात्र सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य लोगों को भी लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करें.