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लखनऊ: 50 की उम्र पार करने वाले अनफिट पुलिसकर्मी होंगे रिटायर!

सीएम योगी आदित्यनाथ के कड़े तेवर के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है. दरअसल, अब स्क्रीनिंग में फेल होने वाले 50 की आयु पार करने वाले पुलिसकर्मियों को जबरन सेवानिवृत्ति दी जाएगी.

सीएम योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो).
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Published : Jun 24, 2019, 10:16 PM IST

लखनऊ: प्रदेश की पुलिस को बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है. अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना पीयूष आनंद ने पत्र जारी कर 50 साल की उम्र वाले पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है. इसमें अनफिट पाए जाने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा. इससे 50 वर्ष से अधिक के पुलिस कर्मचारियों में भय व्याप्त है.

जानकारी देते डीआईजी विजय भूषण.

सीएम योगी के रुख के बाद पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

  • पुलिस विभाग की ओर से जारी किए गए पत्र के बाद पुलिस कर्मचारियों में खासा चर्चा हो रही है.
  • पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद पुलिस कर्मचारी दबाव महसूस कर रहे थे.
  • पत्र जारी कर देने के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों में असुरक्षा का माहौल है.
  • आला अधिकारी व सरकार के खिलाफ कर्मचारी खुलकर तो कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
  • दबी जुबान से कर्मचारी यह जरूर कह रहे हैं कि पूरी जिंदगी विभाग के नाम करने पर उन्हें अंतिम समय में इस तरीके से असुरक्षित कर देना ठीक नहीं है.

पहले भी लागू था नियम


  • लंबे समय से पुलिस विभाग में यह नियम मौजूद है, लेकिन इसका पालन कभी भी इस तरीके से नहीं किया गया.
  • प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद इस नियम को मजबूती से लागू किया जा रहा है.
  • पत्र जारी कर 50 वर्ष से अधिक कर्मचारियों की जानकारी तलब की गई है.
  • इस बार कर्मचारियों के लिए फरमान इसलिए डराने वाला है क्योंकि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पुलिस को लेकर काफी गंभीर नजर आ रहे हैं.

यह नियम कोई नया नहीं है. लंबे समय से इस नियम को विभाग फॉलो करते हुए आ रहा है और काफी हद तक यह नियम ठीक भी है. अभी तक इस नियम पर किसी का ध्यान नहीं जाता था, लेकिन योगी सरकार ने पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए इस ओर ध्यान दिया है .
बृजलाल, पूर्व डीजीपी, यूपी

  • डीआईजी विजय भूषण को स्पष्ट करना पड़ा कि विभाग 50 वर्ष की उम्र से अधिक कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के लिए स्क्रीनिंग कराएगा.
  • इसके लिए 30 जून तक जानकारियां एकत्र की जाएंगी.
  • इसके लिए एसएसपी, आईडी व विभाग के आला अधिकारियों को पत्र जारी कर सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.

स्क्रीनिंग में जिन कर्मचारियों को आपराधिक मामलों सहित भ्रष्टाचार खत्म करने और कार्य में रुचि लेते हुए नहीं पाया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवानिवृत्त किया जाएगा.

लखनऊ: प्रदेश की पुलिस को बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है. अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना पीयूष आनंद ने पत्र जारी कर 50 साल की उम्र वाले पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है. इसमें अनफिट पाए जाने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा. इससे 50 वर्ष से अधिक के पुलिस कर्मचारियों में भय व्याप्त है.

जानकारी देते डीआईजी विजय भूषण.

सीएम योगी के रुख के बाद पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

  • पुलिस विभाग की ओर से जारी किए गए पत्र के बाद पुलिस कर्मचारियों में खासा चर्चा हो रही है.
  • पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद पुलिस कर्मचारी दबाव महसूस कर रहे थे.
  • पत्र जारी कर देने के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों में असुरक्षा का माहौल है.
  • आला अधिकारी व सरकार के खिलाफ कर्मचारी खुलकर तो कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
  • दबी जुबान से कर्मचारी यह जरूर कह रहे हैं कि पूरी जिंदगी विभाग के नाम करने पर उन्हें अंतिम समय में इस तरीके से असुरक्षित कर देना ठीक नहीं है.

पहले भी लागू था नियम


  • लंबे समय से पुलिस विभाग में यह नियम मौजूद है, लेकिन इसका पालन कभी भी इस तरीके से नहीं किया गया.
  • प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद इस नियम को मजबूती से लागू किया जा रहा है.
  • पत्र जारी कर 50 वर्ष से अधिक कर्मचारियों की जानकारी तलब की गई है.
  • इस बार कर्मचारियों के लिए फरमान इसलिए डराने वाला है क्योंकि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ पुलिस को लेकर काफी गंभीर नजर आ रहे हैं.

यह नियम कोई नया नहीं है. लंबे समय से इस नियम को विभाग फॉलो करते हुए आ रहा है और काफी हद तक यह नियम ठीक भी है. अभी तक इस नियम पर किसी का ध्यान नहीं जाता था, लेकिन योगी सरकार ने पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए इस ओर ध्यान दिया है .
बृजलाल, पूर्व डीजीपी, यूपी

  • डीआईजी विजय भूषण को स्पष्ट करना पड़ा कि विभाग 50 वर्ष की उम्र से अधिक कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के लिए स्क्रीनिंग कराएगा.
  • इसके लिए 30 जून तक जानकारियां एकत्र की जाएंगी.
  • इसके लिए एसएसपी, आईडी व विभाग के आला अधिकारियों को पत्र जारी कर सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है.

स्क्रीनिंग में जिन कर्मचारियों को आपराधिक मामलों सहित भ्रष्टाचार खत्म करने और कार्य में रुचि लेते हुए नहीं पाया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सेवानिवृत्त किया जाएगा.

Intro:नोट- डीआईजी की बाइट एप्स भेजी जा रही है।


एंकर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पुलिस को बेहतर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना पीयूष आनंद ने पत्र जारी कर 50 की आयु के पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग करा कर स्क्रीनिंग में अनफिट पाए जाने वाले कर्मचारियों को सेवानिवृत्त करने का फरमान सुनाया जिसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के 50 वर्ष से अधिक कर्मचारियों में भय व्याप्त है।


Body:वियो

पुलिस विभाग की ओर से जारी किए गए इस पत्र के बाद पुलिस कर्मचारियों में खासा चर्चा हो रही है। पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद पुलिस कर्मचारी दबाव महसूस कर रहे थे उसी दौरान पत्र जारी कर देने के बाद पुलिस विभाग के कर्मचारियों में असुरक्षा का माहौल है।
इस माहौल में आला अधिकारी व सरकार के खिलाफ कर्मचारी खुल कर तो कुछ बोलने को तैयार नहीं है लेकिन दबी जुबान से जरूर कह रहे हैं कि कर्मचारी ने पूरी जिंदगी विभाग के नाम कर दी उसे अंतिम समय में इस तरीके से असुरक्षित कर देना ठीक नहीं है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े रुख के बाद इस पत्र को जारी करने के बाद इस पत्र की खूब चर्चाएं हो रही हैं। यह पहली बार है जब इस तरीके का रुख पुलिस विभाग में देखा जा रहा है। जबकि यह नियम काफी पुराना है लंबे समय से पुलिस विभाग में यह नियम मौजूद है लेकिन इसका पालन कभी भी इस तरीके से नहीं किया गया। प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद इस नियम को मजबूती से लागू किया जा रहा है। जहां पत्र जारी कर 50 वर्ष से अधिक कर्मचारियों की जानकारी तलब की गई है तो वहीं इससे पहले भी अनफिट करार दिए गए। कर्मचारियों व अधिकारियों को सेवानिवृत्त किया गया और ज्यादातर कार्यवाही योगी सरकार में की गई।

इस बार कर्मचारियों के लिए फरमान इसलिए डराने वाला है क्योंकि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की पुलिस को लेकरं कठोर नजर आ रहे हैं।


इस बारे में जब पूर्व बीजेपी बृजलाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह नियम कोई नया नहीं है लंबे समय से इस नियम को विभाग फॉलो करते हुए आ रहा है और काफी हद तक यह नियम ठीक भी है गैंग्रीन का उदाहरण देते हुए बृजलाल ने कहा कि अगर शरीर के किसी अंग में गैंग्रीन हो जाता है तो उसको काट कर फेंक दिया जाता है बीमारी धीरे-धीरे पूरे शरीर को प्रभावित कर लेती है ऐसे में जो पुलिस कर्मचारी अपराधिक मामलों में संलिप्त हैं भ्रष्टाचार के मामले हैं जो अपने कार्यों में रुचि नहीं ले रहे हैं। इस दौरान पूर्व ने भी माना अभी तक इस नियम पर किसी का ध्यान नहीं जाता था लेकिन योगी सरकार ने पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए इस ओर ध्यान दिया है और कार्यवाही।




Conclusion:एडीजी पीयूष आनंद के पत्र जारी करने के बाद जब पुलिस विभाग मैं पत्र को लेकर चर्चाएं तेज हुई तो डीआईजी विजय भूषण को स्पष्ट करना पड़ा कि विभाग 50 वर्ष की उम्र से अधिक कर्मचारियों पर कार्यवाही करने के लिए सक्रिनिंग कराएगा इसके लिए 30 जून तक जानकारियां एकत्र की जाएगी इसके लिए एसएसपी, आईडी व विभाग के आला अधिकारियों को पत्र जारी कर सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। स्क्रिनिंग में जिन कर्मचारियों को अपराधिक मामलों सहित भ्रष्टाचार व कार्य में रुचि लेते हुए नहीं पाया जाएगा उनके खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें सेवानिवृत्त किया जाएगा

संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
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