लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत 100 नव चयनित अभ्यर्थियों को टेबलेट वितरित किए. इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य (Deputy CM Keshav Maurya), ब्रजेश पाठक सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के शोधार्थियों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले शोधार्थियों को एज रिलैक्सेशन और एक्स्ट्रा वेटेज देकर सरकारी सेवाओं के साथ ही नगर विकास के क्षेत्र में अवसर मिलेगा.
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'मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम' के अंतर्गत चयनित शोधार्थियों को शासकीय सेवा में वेटेज... pic.twitter.com/E56eHn87Nx
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दरअसल, लोक भवन के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है. लगभग 25 करोड़ की जनसंख्या वाला राज्य है. 75 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही है. 100 आकांक्षात्मक क्षेत्रों में मुख्यमंत्री फेलोशिप के शोधार्थी काम करेंगे. देश के 112 आकांक्षात्मक जनपदों में 8 उत्तर प्रदेश में हैं. इन जनपदों के विकास के लिए वहां विशेष ध्यान दिया गया है. प्रशासनिक टीम ने अच्छा काम किया है. देश के टॉप टेन में 5 जनपद यूपी के आये हैं. जबकि टॉप 20 में यूपी के आठों आकांक्षात्मक जनपद आये हैं. कहा कि अब 826 ब्लॉकों में से 100 आकांक्षात्मक ब्लॉक चुने गए हैं. इन्हीं में 100 शोधार्थियों को कार्य करना है, जो विकासखंड विकास में छूट गए हैं. उनमें ये प्रशिक्षार्थी उनकी उन्नति का कार्य करेंगे. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 600 आकांक्षातमक जनपदो के लिए लक्ष्य तय किए गए थे. उत्तरप्रदेश में 8 जनपद थे, इनके लिए हमने नीति आयोग के साथ मिलकर कार्य शुरू किए हैं.
सीएम ने कहा कि अधिकारियों और मंत्रिमंडल के साथ बैठक की है. आज प्रसन्न्ता है कि सीएम फेलोशिप के अच्छे परिणाम आए है. देश के अंदर जिन दस जनपदों ने अच्छा काम किया. कहा कि पैसे की कमी नहीं है. कमी संयोजन की है. इसके साथ काम करने से परिणाम आते हैं. हमने नियोजन विभाग में डैशबोर्ड का गठन किया है. 26 हजार आवेदन आये. जगह सिर्फ 100 थी. लेकिन इतने ज्यादा आवेदन आये. कहा कि 100 फेलो के लिए ये शोध का अवसर है. प्राचीन समय में ग्रामीण व्यवस्था में आत्मनिर्भरता ही एक आधार था. कहा कि हम अपने कार्यों का डॉक्यूमेंटशन नहीं कर पाते, डाटा कलेक्शन नहीं कर पाते, यही हमारी कमी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने 25 जनपदों का दौरा कर वहां का डेटा तैयार किया है. वे चाहें तो उस डाक्यूमेंट से अच्छी पुस्तक तैयार कर सकते हैं.
बता दें कि, इससे पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि लालबहादुर शास्त्री ने नारा दिया जय जवान जय किसान. इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमे जय विज्ञान को जोड़ा और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय अनुसंधान का नारा दिया है. हमें गांव का विकास करना है. गांव का विकास होगा तो प्रदेश और देश का विकास होगा.
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