लखनऊ : राजधानी लखनऊ के विस्तारित क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है. नगर निगम के स्तर पर कर्मचारियों की संख्या कम होने की वजह से सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है. नगर निगम क्षेत्र के 88 गांवों में सफाई कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है. इससे सफाई और कूड़ा उठाने का काम चौपट है. पार्षदों की तरफ से लगातार कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की मांग की जा रही है. फिलहाल कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कार्यकारिणी की बैठक में विस्तारित क्षेत्र में साफ सफाई की व्यवस्था बेहतर करने और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने की बात कही थी. फिलहाल अभी तक इन क्षेत्रों में सफाई कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ पाई है. ऐसे में यहां पर सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है. कूड़ा उठान जैसी व्यवस्था बेपटरी है और कूड़ा उठाने की गाड़ियां क्षेत्र में नहीं पहुंच रही हैं. ऐसे में यहां पर तमाम तरह की असुविधाओं का सामना गांववासियों को करना पड़ रहा है.
बता दें, नगर निगम सदन में भारतीय जनता पार्टी का बहुमत है. बीजेपी की मेयर हैं और बीजेपी के सर्वाधिक पार्षद हैं. इसके बावजूद सफाई कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है. भाजपा पार्षद संतोष राय कहते हैं कि भवानीगंज वार्ड के अंतर्गत जो विस्तारित क्षेत्र जुड़े हैं वहां साफ सफाई की व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं है. तमाम मोहल्ले में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सफाई कर्मचारी मानक से कम हैं. नगर आयुक्त से हमारी मांग है कि सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए जिससे क्षेत्र की साफ सफाई व्यवस्था से ठीक तरीके से कराई जा सके.
ऐशबाग के ऐतिहासिक रामलीला मैदान की कूड़े से हो रही पटाई, मेयर ने दी ये सफाई