लखनऊ : अनुभव सिंह ने ऑल इंडिया लेवल पर 34 वीं रैंक हासिल कर राजधानी का मान बढ़ाया है. सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई करने वाले अनुभव सिंह ने अपनी आगे की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के भगत सिंह कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में बीए ऑनर्स किया. इसके बाद जामिया मिलिया विश्वविद्यालय से परास्नातक की डिग्री प्राप्त की है. परास्नातक की डिग्री के बाद उन्होंने जेआरएफ करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी. अनुभव सिंह मौजूदा समय में राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित डिग्री कॉलेज नेशनल पीजी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं. सिविल सेवा परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने ईटीवी भारत से अपने अनुभव को साझा किए.
अनुभव सिंह बताते हैं कि सतत प्रयास से पांचवे प्रयास में हासिल की है. यूपीएससी में यदि आप सफल होना चाहते हैं तो आपके चारों तरफ जो हो रहा उसके प्रति सजग रहने की जरूरत है. देश में जो भी नीति बनती है उसका हर चीज पर असर पड़ता है. मल्टीडेमिनिश्यल होकर पढ़ाई करने से सफलता मिलती है. उन्होंने बताया कि लखनऊ के सेठ एमआर जयपुरिया से 2010 में हाईस्कूल 89.6 प्रतिशत और 2012 में इंटर करीब 85 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया. इसके बाद 2015 में शहीद भगत सिंह काॅलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए आनर्स पॉलिटिकल साइंस से किया और जामिया मिलिया इस्लामिया युनिवर्सिटी से 2017 में एमए पॉलिटिकल साइंस से किया. उसी के साथ जेआरएफ की भी परीक्षा पास कर ली लेकिन पहले से ही सिविल सर्विसेज में जाने की सोची थी इसलिए जेआरएफ न करके सीधे यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.
पत्नी ने हर कदम पर दिया साथ : यूपीएससी में 37 वीं रैंक हासिल करने पर अनुभव सिंह ने बताया कि पत्नी दीक्षा जैन 2019 में ही सिविल सेवा की परीक्षा पास कर ली थी. हमने शुरू से ही साथ में सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी थी. दीक्षा को पहले सफलता मिल गई, उसके बाद मैंने अपनी तैयारी को जारी रखा मेरी पत्नी ने हमेशा मेरा मनोबल बढ़ाया. मुझसे ज्यादा मेरी पत्नी को मुझ पर विश्वास था कि एक ना एक दिन में यह परीक्षा पास कर लूंगा. आज उसका सपना भी पूरा हो गया. उसे पूरा विश्वास था कि मैं इस परीक्षा में जरूर सफलता प्राप्त करूंगा. इसके लिए शुरुआत से ही सिविल सेवा परीक्षा के लिए मैंने अपने विषय पर कमांड बना कर रखा था. अपने एकेडमिक कैरियर के दौरान जेआरएफ की परीक्षा पास करने के बाद मैं एकेडमिक पर आया इससे मुझे मेरे सब्जेक्ट की तैयारी करने में और आसानी हुई. पुराने अनुभव से बहुत कुछ सीखने को मिला. सिविल सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को असफलता से मायूस होने की नहीं जरूरत है. बस अपने विषय पर फोकस का सिलेबस को अच्छे से तैयार करें. गलतियों से सीखने की कोशिश करें, सफलता जरूर मिलेगी.
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