लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की तरह लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के यातायात निरीक्षक भी अब अपने ड्राइवर और कंडक्टर्स का बीच रूट में ब्रेथ एनालाइजर से जांच करेंगे. ऐसा इसलिए किया जाएगा क्योंकि लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के चालकों की शराब पीकर बस चलाने की शिकायत एमडी को मिली है. बता दें कि सिटी बस चालक के नशे में धुत होकर बस चलाने का आरोप लगना कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई मामले आ चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, निशातगंज इलाके में बुधवार रात करीब 10 बजे रूट संख्या 402 की बस यूपी 32 डीएन 0086 के ड्राइवर पर शराब के नशे में धुत होने का आरोप लगाते हुए यात्रियों ने हंगामा कर दिया था. इसके बाद उन्हें दूसरी बस से भेज दिया गया था. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने के बाद सिटी ट्रांसपोर्ट के एमडी ने इस मामले में जांच बिठाई है और ड्राइवर को रिपोर्ट आने तक ऑफ रूट कर दिया है. इस मामले में चालक का कहना है कि "थोड़ी तबियत खराब होने के चलते कुछ देर पहले दवा खा ली थी इसलिए कुछ दिक्कत हो गई थी."
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी का कहना है कि "चालक और परिचालक को रोजाना सुबह रूट पर भेजे जाने से पहले उनका ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया जाता है. वापस आने के बाद दोबारा यह जांच कराई जाती है. यात्रियों की इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं. इसे ध्यान में रखकर अब रूट पर भी औचक निरीक्षण कर ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट किया जाएगा, इससे अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है."
लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी ने बताया कि "बुधवार रात के प्रकरण में चालक परिचालक से बात की गई है. चालक का दावा है कि उसकी तबियत थोड़ी ठीक नहीं लग रही थी तो दवा लेकर खा ली थी, जबकि परिचालक ने बताया कि ड्राइवर की तबियत सही नहीं लग रही थी तो उसने खुद बस खड़ी करा दी थी. परिचालक ने दूसरी बस से यात्रियों को भेज दिया था."
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