लखनऊ: सीएसआईआर की प्रयोगशाला केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) की ओर से लॉकडाउन में पुलिसकर्मियों और जिला प्रशासन के कमर्चारियों के लिए लगातार सैनिटाइजर के साथ डिसइनफेक्टेंट और साफ सफाई रखने के अन्य उत्पाद मुहैया कराये जा रहे हैं. इसी कड़ी में सीमैप ने पुलिसकर्मियों को बीमारी फैलाने वाले मच्छरों से बचाने के लिए सोमवार को 1000 बोतल मॉस्किटो रिप्लेन्ट क्रीम वितरित की.
सीमैप के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार त्रिवेदी ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान पुलिसकर्मी लगातार 24 घंटे अलग-अलग चेक पोस्ट पर कार्यरत हैं. ऐसे में उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसी सिलसिले में तकरीबन 1 हफ्ते पहले हमारे पास पुलिस प्रशासन की ओर से एडिशनल डीसीपी राजेश श्रीवास्तव ने यह गुजारिश की थी कि उन पुलिसकर्मियों के लिए किसी ऐसे उत्पाद का इंतजाम किया जाए जिससे उन्हें मच्छरों से मुक्ति मिले.
डॉ. त्रिवेदी के अनुसार संस्थान के पास पहले से ही एक मॉस्किटो रिप्लेन्ट क्रीम मौजूद है और सभी पुलिसकर्मियों तक इसे पहुंचाने के लिए संस्थान ने 6 दिन में इस क्रीम को बड़ी मात्रा में तैयार किया. डॉक्टर त्रिवेदी ने बताया कि 6 दिनों में हमने मच्छर भगाने की क्रीम 'मोसेक्श' की एक हजार बोतल तैयार कर एडीसीपी राजेश श्रीवास्तव और एसीपी अमित राय को सौंप दिया.
मॉस्किटो रिप्लेन्ट क्रीम के साथ ही पुलिस स्टेशन्स पर साफ-सफाई आदि के लिए 75 लीटर सरफेस डिसइनफेक्टेंट भी सीमैप की तरफ से पुलिस को दिया गया.
वहीं, सीमैप के डॉ प्रबोध ने बताया कि, ये सभी उत्पाद पायलट प्रोजेक्ट के तहत बनाए हैं. औषधीय एवं सगंध पौधों से बने इन सभी उत्पाद को वैज्ञानिक विधि से तैयार किया गया है और इनमें किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं है.
उन्होंने बताया कि, इसे अन्य लोगों तक पहुंचाने के लिए संस्थान ने 'इनोवेटिव कॉन्सेप्ट्स राजाजीपुरम' नामक कंपनी को हैंड सैनिटाइजर जेल की टेक्नोलॉजी ट्रांसफर की है. इस कंपनी द्वारा इसे तैयार करने के बाद सीमैप का हैंड सैनिटाइजर आम लोगों के लिए व्यवसायिक तौर पर तैयार हो जाएगा और लगभग 1 महीने के अंदर यह बाजार में भी मिलने लगेगा.