लखनऊ: क्रिसमस डे को लेकर राजधानी की चर्च में तैयारियां जोरों पर चल रही है. ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित कैथेड्रल चर्च पहुंची. जहां पर चर्च में क्रिसमस डे को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही है. एक तरफ जहां झांकियां सजाए जा रही है. वहीं दूसरी ओर कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार त्योहार मनाने की तैयारी की जा रही है. क्रिसमस डे ईसाईयों का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है, जिसे लेकर राजधानी लखनऊ में तैयारियां शुरू हो गई है. जहां एक और त्योहार की खुशी है. वहीं दूसरी ओर कोविड-19 की वजह से इस बार का क्रिसमस डे बहुत ही साधारण तरीके से मनाया जाएगा.
ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित कैथेड्रल चर्च पहुंची. इस दौरान डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि राजधानी लखनऊ समेत पूरे विश्व में क्रिसमस डे की तैयारियां शुरू हो गई हैं. वही कैथ्रेडल चर्च में भी तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है, लेकिन इस बार का क्रिसमस डे हर साल की तरह नहीं होगा.
हर साल आते थे एक लाख से ज्यादा लोग
कैथेड्रल के फादर डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि क्रिसमस डे पर पूजा करने व झांकियां देखने के लिए चर्च में एक लाख से ज्यादा लोग आते थे, लेकिन इस बार कोविड-19 गाइड लाइन के अनुसार सभी तैयारियां चर्च में की गई है. एक बार में पूजा करने व झांकियां देखने के लिए सिर्फ 200 लोगों को ही अनुमति दी जाएगी. वहीं दो अलग-अलग समय पूजा के निर्धारित किए गए हैं, जैसे सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखते हुए लोग पूजा करें और त्योहार मनाए.
राजधानी लखनऊ में 50 से ज्यादा है छोटे बड़े चर्च
कैथेड्रल चर्च के फादर डोनाल्ड डिसूजा ने बताया कि राजधानी लखनऊ में छोटे में बड़े मिलाकर 50 से ज्यादा चर्च है. जहां क्रिसमस डे की तैयारियां चल रही हैं. वहीं इस बार कोरोनावायरस महामारी की वजह से कैथेड्रल चर्च में भी हम अपने सभी मेंबर्स को पूजा के लिए नहीं बुला पाएंगे.