लखनऊः कोरोना के खिलाफ जंग को अब और व्यापक पैमाने पर लड़ने के लिए मंगलवार से मेगा वैक्सीनेशन कैंप ( Mega Vaccination Camp ) का आगाज किया गया. राजधानी में इस मेगा वैक्सीनेशन कैंप के तहत शहर के दो बड़े स्टेडियम और ऐतिहासिक छोटा इमामबाड़ा (Chota Imambara) को वैक्सीनेशन सेंटर में तब्दील किया गया है. कैंप के पहले दिन ही भारी संख्या में लोग इन सेंटर पर उमड़ पड़े, जिसके चलते प्रशासन भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में विफल दिखा.
छोटा इमामबाड़ा पर उमड़ी भीड़
पहली जून से शुरू हुए मेगा वैक्सीनेशन कैंप पर पहले ही दिन तय सीमा से ज्यादा लोग टीकाकरण सेंटर पर पहुंच गए, जिसके चलते इमामबाड़ा के अंदर से लेकर बाहर तक लोगों की लंबी कतारें लग गईं. कतार में लगे कई लोग ऐसे भी थे जो 18 से 44 उम्र के होने के साथ बिना रजिस्ट्रेशन के सेंटर पहुंच गए और अंदर पहुंचकर उनको बिना वैक्सीन लगवाए मायूस वापस लौटना पड़ा. वहीं 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कराकर टिके लगाए गए.
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अभिभावकों के लिए अलग से कैंप
एडिशनल चीफ मेडिकल ऑफिसर (प्रशासन) और छोटा इमामबाड़ा की नोडल अधिकारी डॉक्टर अभिलाषा मिश्रा ने बताया कि मेगा वैक्सीनेशन कैंप में 12 साल से छोटे बच्चों के अभिभावकों के लिए अलग से अभिभावक स्पेशल कैंप लगाया गया है. छोटा इमामबाड़ा में इसके तहत रोजाना 100 ऐसे लोगों को टिका लगाया जा रहा है, जिनके बच्चों की उम्र 12 साल या उससे कम है. हालांकि इस स्पेशल कैंप में भी पहले से रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
वैक्सीन लगते ही युवक को आया चक्कर
छोटा इमामबाड़ा में वैक्सीन लगवाने के बाद एक युवक की हालत बिगड़ गई. उसे वैक्सीनेशन के बाद चक्कर आने की शिकायत की. चक्कर आने से वह बेहाल हो गया. मामला अधिकारियों तक पहुंचा और तुरंत एंबुलेंस बुलाई गई. एंबुलेंस से युवक को केजीएमयू के लिए भेज दिया गया.