लखनऊ: कोरोना के चलते परिषदीय स्कूल लगातार बंद चल रहे हैं. ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार अब ई-पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है. इससे बच्चों को घर पर ही डिजिटल माध्यम से पढ़ाने का काम किया जाएगा. वहीं बच्चों को मिलने वाला मिड-डे मील की प्रतिपूर्ति भी खाद्य सुरक्षा भत्ता देने का काम भी चल रहा है .पहले जुलाई और अगस्त माह के लिए खाद्य सुरक्षा भत्ता नहीं दिया गया था, लेकिन अब शासन ने निर्णय लिया है कि दोनों महीनों का खाद्य सुरक्षा भत्ता बच्चों के खातों में भेजा जाएगा. इसके लिए प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया गया है.
बच्चों के खातों में जाएगा पैसा
परिषदीय स्कूलों में इन दिनों मिड-डे मील का भोजन बच्चों को नहीं दिया जा रहा है, बल्कि कोरोना वायरस से स्कूल बंद होने के बाद खाद्य सुरक्षा भत्ता हर महीने बच्चों के खातों में भेजा जा रहा है. पहले जून तक स्कूल बंद होने के बावजूद भी बच्चों के खातों में खाद्य सुरक्षा भत्ता भेजा गया था. अब बेसिक शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि जुलाई और अगस्त माह का खाद्य सुरक्षा भत्ता की परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के खातों में भेजा जाएगा, जिससे घर बैठे इस खाद्य सुरक्षा भत्ते के माध्यम से बच्चे पोषण पा सकेंगे .
प्राथमिक कक्षाओं के हर बच्चे को 243 रुपये और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के छात्र- छात्राओं को 365 रुपये का भुगतान किया जाएगा. यह धनराशि बच्चों के अभिभावकों के बैंक खातों में भोजन निधि खाते से भेजी जाएगी.
बेसिक शिक्षा विभाग के इस शासनादेश में अब जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि जुलाई और अगस्त माह का खाद सुरक्षा भत्ता भी बच्चों के खातों में जल्द भिजवाया जाए.