लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर कानपुर और आगरा मेट्रो रेल परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण देखा. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इन दोनों मेट्रो रेल परियोजनाओं को समयबद्धता और उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरों में आधुनिक, सुविधाजनक और सस्ती यातायात सुविधाएं त्वरित विकास के लिए अत्यन्त आवश्यक हैं. इससे समय की बचत तो होती ही है, साथ ही विकास को गति भी मिलती है. इसे देखते हुए राज्य सरकार नगरीय क्षेत्रों में अच्छी यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है.
रेल मंत्रालय से भूमि लेने के लिए मांगी मदद
उन्होंने बताया कि आगरा मेट्रो रेल परियोजना का सिविल कार्य तेजी से किया जा रहा है. इसे भी समय से पूरा किया जाएगा. उन्होंने कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के तहत रेल मंत्रालय से कुछ भूमि प्राप्त करने के सम्बन्ध में शासन की मदद का अनुरोध किया. इसी प्रकार आगरा मेट्रो रेल परियोजना के लिए नेशनल माॅन्युमेन्ट्स अथाॅरिटी और आर्केलाॅजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया से सेण्ट्रली प्रोटेक्टेड माॅन्युमेन्ट्स के सम्बन्ध में क्लीयरेन्स प्राप्त करने का अनुरोध किया.
एकीकृत मण्डलीय कार्यालय निर्माण की प्रगति भी जानी
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर और वाराणसी में प्रस्तावित एकीकृत मण्डलीय कार्यालय की स्थापना के सम्बन्ध में भी प्रस्तुतीकरण देखा. गोरखपुर एकीकृत मण्डलीय कार्यालय 3.2 एकड़ भूमि पर निर्मित होना प्रस्तावित है. इसका प्रस्तावित कुल निर्मित क्षेत्रफल 33 हजार 500 वर्ग मीटर होगा. इसमें बेसमेण्ट के साथ नौ तल होंगे. इसमें कुल 61 कार्यालय मौजूद होंगे. मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि सभी कार्यालयों के लिए श्रेणीवार केबिन, चेम्बर, बैठने का विस्तृत प्रावधान किया जाएगा। प्रत्येक फ्लोर पर 40 लोगों का मीटिंग हाॅल, 300 की क्षमता वाला एक सभागार, आधुनिक केन्द्रीय अभिलेखागार, लाइब्रेरी, प्रतीक्षालय, बैंक, सुरक्षा चेक प्वाइंट, कैण्टीन, विभिन्न तलों पर नौ कोर्ट रूम सहित अन्य सुविधाएं भी प्रस्तावित हैं. यह भवन ऊर्जा कुशल भवन होगा. भवन में एलईडी स्क्रीन, पार्किंग, ओडीओपी कलाकृतियां, गोरखपुर मण्डल की समग्र छवि, पर्यटन एवं ऐतिहासिक धरोहर का चित्रण भी किया जाएगा. वर्चुअल माध्यम से यह जानकारी वाराणसी के मंडलायुक्त ने दी.
साढ़े छह एकड़ में बनेगा वाराणसी का मंडलीय कार्यालय
गोरखपुर मण्डलायुक्त ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि स्थल का टोटल स्टेशन सर्वे एवं मृदा परीक्षण पूर्ण हो चुका है. साथ ही, टेक्निकल कंसल्टेंट और ट्रांजैक्शन कंस्लटेंट का चयन पूरा हो चुका है. अन्य कार्यवाही भी तेजी से पूरी की जा रही है. वाराणसी एकीकृत मण्डलीय कार्यालय 6.44 एकड़ भूमि पर निर्मित होना प्रस्तावित है, इसके तहत भूतल सहित 18 मंजिल के दो भवन निर्मित किए जाएंगे. इस भवन में विभिन्न कार्यालय, मीटिंग हाॅल, काॅन्फ्रेंस रूम, सभागार मौजूद होंगे.
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250 करोड़ में बनेगा भवन
इसमें एक भवन व्यावसायिक भवन होगा, जिसमें दुकानें, मल्टीप्लेक्स, ऑफिस, होटल, कैफेटेरिया, फूड कोर्ट, पार्किंग इत्यादि की सुविधा मौजूद रहेगी. इस परियोजना की सम्भावित लागत 250 करोड़ रुपये है, मण्डलायुक्त ने कहा कि इस योजना के लिए आर्किटेक्ट और ट्रांजैक्शन एडवाइजर को फाइनल किया जा चुका है. निर्माण कार्य के लिए स्वाॅयल टेस्टिंग की जा चुकी है. भवन की डिजाइन फाइनल होने के उपरान्त अन्य कार्यवाही की जाएगी.
भवन निर्माण सीघ्र पूरा करने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रस्तुतीकरण देखने के उपरान्त कहा कि गोरखपुर और वाराणसी मण्डल में निर्मित किए जा रहे इन भवनों में अधिकतर आम जनता अपने कार्य के सम्बन्ध में आएगी. ऐसे में उनकी सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए. उन्होंने सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इन भवनों का कार्य शुरू करवाकर इन्हें शीघ्र ही पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को इनका लाभ मिल सके.