लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग से संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दूसरे फेज की शुरुआत की. इसके साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में इस अभियान की शुरुआत हो गई है. बरिश के मौसम में होने वाले सात में होने वाले संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए एक महीने तक यह अभियान चलेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बारिश के मौसम में बीमारियों की आशंकाएं ज्यादा बढ़ जाती हैं. खासतौर पर विषाणु जनित और जल जनित बीमारियां थोड़ी सी असावधानी में ही लोगों को रोगी बना देती हैं. चिकनगुनिया, कालाजार, डायरिया, मलेरिया जैसी बीमारियां किसी न किसी रूप में थोड़ी सी असावधानी बरतने पर जानलेवा साबित हो सकती हैं. इसलिए इसके प्रति जन जागरूकता अभियान के साथ ही बचाव कार्य को भी आगे बढ़ाना है.
सीएम ने कहा कि छोटे से प्रयास से जनहानि को व्यापक स्तर पर कैसे रोका जा सकता है ये हम जापनी इंसेफेलाइटिस के मामले में देख सकते हैं. साल 2016-17 में इंसेफेलाइटिस से 600 से ज्यादा मौतें हुई थीं, लेकिन साल 2018 से इसमें कमी देखने को मिली है. 2019 आंकड़ा काफी घटा, केवल 126 मौतें ही दर्ज की गईं. सीएम योगी ने कहा कि इस वर्ष इसमे और गिरावट आने का अनुमान लगाया जा रहा है. सीएम योगी ने आगे कहा कि जिस तरह से कोरोना वायरस को लेकर स्वच्छता जागरूकता का कार्यक्रम चलाया गया ठीक उसी तरह ये अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जायेगा.
स्वच्छता की वजह से मिली बड़ी सफलता
सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल में जापनी इंसेफेलाइटिस बीमारी ने हजारों बच्चों की जिंदगियां निगल ली. स्वच्छता को महत्व दिये जाने के कारण इस पर काबू पाने में सफलता मिली. पीएम मोदी के प्रयास से हर घर में शौचालय है. राज्य को खुले में शौच मुक्त किया गया है. इसके साथ ही सीएम योगी ने लोगों से कोरोना को लेकर सजग रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाएं. दो गज की दूरी बनाकर रखें.
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने की सीएम योगी की सराहना
इस मौके पर यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने बेहतर कार्य किया है. योगी सरकार में प्रदेश में साफ सफाई सुदृढ़ हुई है. कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ सरकार ने सराहनीय कार्य किया है. बरसात के मौसम में संचारी रोग की आशंका बढ़ जाती है और इसको दूर करने के लिए स्वच्छता आवश्यक है. सरकार इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में निश्चित तौर पर संचारी रोग पर नियंत्रण मिल सकेगा.