लखनऊ: कोरोना की चेन तोड़ने के लिए यूपी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. लिहाजा अब बहुत जरूरी होने पर ही लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति मिलेगी. अनलॉक व्यवस्था का पूर्णतः अनुपालन के साथ मास्क और दो गज की दूरी के साथ ही लोग घर से बाहर निकल सकेंगे. सीएम योगी ने मंगलवार को अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की. साथ ही अनलॉक व्यवस्था का गंभीरता से पालन कराने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिये. सीएम ने कहा है कि संक्रमण को रोकने के लिए स्वच्छता और सैनिटाइजेशन को व्यवस्था का अंग बनाना होगा.
यूपी में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये सरकार हर स्तर पर कार्य कर रही है. बावजूद इसके धीरे-धीरे कोरोना मरीजों की संख्या 28 हजार के पार हो गयी है. पिछले कई दिनों से यूपी में मरीजों की संख्या 600 से नीचे नहीं आई है. बीते सोमवार की रिपोर्ट में बताया गया था कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 933 मामले सामने आये हैं. यह आंकड़ा चेतावनी है. सरकार की चिंता भी दिख रही है. सीएम योगी ने मंगवलवार को उच्चाधिकारियों के साथ बैठक शुरू की तो उन्होंने कोरोना संक्रमण की संख्या को गंभीरता से लिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि हर हाल में कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना है.
मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना राशि बढ़ाने के तैयारी
मुख्यमंत्री ने अनावश्यक आवागमन को रोकने और मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने के लिए लोगों को जागरूक किये जाने पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए ऐसा करना बेहद जरूरी है. सीएम योगी का निर्देश है कि लोगों को अवगत कराया जाये कि घर से बाहर अत्यंत आवश्यक होने पर ही निकलें. जनता को 'दो गज की दूरी मास्क है जरूरी' को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाये. अगर सार्वजनिक स्थान पर कोई बगैर मास्क लगाये मिले तो उस पर जुर्माना राशि में बढ़ोतरी की जा सकती है. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में आवश्यक दिशानिर्देश-जारी करने के निर्देश दिये.
33 हजार हेल्प डेस्क पर सीएम ने जताया संतोष
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अब तक 33 हजार से अधिक कोविड-19 हेल्प डेस्क की स्थापना पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प डेस्क के सुचारू संचालन पर जोर दिया जाये. बाल संरक्षण गृह, महिला संरक्षण गृह और वृद्धा आश्रम के निवासियों को नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर संक्रमण की जानकारी ली जाये. यदि कोई संक्रमित मिले तो उसके उपचार की व्यवस्था की जाये.
सीएम ने हर दिन 30 हजार जांच के दिये निर्देश
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि प्रदेश में जिला स्तर पर एंबुलेंस की अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये. निजी अस्पतालों में ट्रूनेट मशीन की स्थापना और उपयोग को बढ़ावा दिया जाये. टेस्टिंग क्षमता में बढ़ोतरी की जाये. उन्होंने कहा कि रैपिड एंटीजन टेस्ट के अतिरिक्त आरटीपीसीआर से 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन किये जायें. कोविड अस्पतालों में भर्ती रोगियों के परिजनों से नियमित संवाद कायम किया जाए. उन्हें रोगी के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी दी जाये.
प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामुदायिक शौचालय बनेगा
मुख्यमंत्री योगी ने बैठक के दौरान कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए स्वच्छता और सैनिटाइजेशन को व्यवस्था का अंग बनाना होगा. कोरोना समेत संचारी रोगों से बचाव के लिए ऐसा करना आवश्यक है. उन्होंने स्वच्छता कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के निर्देश दिये. साथ ही कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करें. शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के लिये पाइप पेयजल योजनाओं का प्रभावी संचालन किया जाये. आमजन को पानी उबालकर पीने और स्वच्छता के संबंध में लगातार जागरूक किया जाये. उन्होंने कहा कि इन उपायों को अपनाकर विषाणु जनित औऱ जीवाणु जनित बीमारियों पर रोक लगाने पर बड़ी मदद मिलेगी. सीएम योगी ने जिलों में तैनात नोडल अधिकारियों को स्वच्छता एवं शुद्ध पेयजल के संबंध में मिशन मोड पर कार्यक्रम करने के निर्देश दिये.
इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवस्थी समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद रहे.