लखनऊ : सचिवालय में नौकरी (secretarial jobs) दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला गाजीपुर कोतवाली (Ghazipur Kotwali) में दर्ज किया गया है. इस बार जालसाजों ने नौकरी का झांसा देकर एक युवक से 25 लाख रुपये की ठगी कर ली. गाजीपुर कोतवाली में सगे भाइयों समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. आरोपियों ने अपने पिता की तैनाती सचिवालय में समीक्षा अधिकारी के पद पर होने का झांसा देकर युवक की नौकरी लगवाने के लिए रुपये लिए थे.
गाजीपुर पुलिस के अनुसार (According to Ghazipur police) गुडंबा न्यू कॉलोनी निवासी दीपू यादव की मुलाकात कुछ वक्त पूर्व मारुतिपुरम निवासी संतोष से हुई थी जिसने बताया था कि पिता राजकिशोर यादव सचिवालय में समीक्षा अधिकारी हैं. दीपू के अनुसार संतोष के साथ उसका (सगा) भाई प्रदीप यादव (दोनों )कार से मिलने आते थे. जिसमें सचिवालय का पास लगा हुआ था. आरोपियों के प्रभाव में फंस कर उसने नौकरी दिलवाने के लिए कहा. जिस पर उन्हें समीक्षा अधिकारी के तौर पर नियुक्ति कराने के लिए 25 लाख रुपये मांगे गए. दीपू के अनुसार फरवरी 2021 से अक्टूबर 2021 के बीच कई बार में उसने रुपये दिए. आरोपियों ने नीरज मौर्य के अकाउंट में भी रुपये डलवाए. लाखों रुपये लेने के बाद भी आरोपियों ने नियुक्ति नहीं कराई. टाल मटोल बढ़ती देख दीपू ने संतोष और प्रदीप से रुपये लौटाने के लिए कहा. जिस पर उन्हें जान से मार देने की धमकी दी गई.
गाजीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह (Inspector Sunil Kumar Singh of Ghazipur Kotwali) ने बताया कि सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर (cheating in the name of getting a job) एक युवक से 25 लाख रुपये की ठगी का मामला संज्ञान में हैं. आरोपियों के खिलाफ अमानत में खयानत (Breach of trust) और धोखाधड़ी का मुकदमा (fraud case) दर्ज कर जांच की जा रही है.
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