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चौरी-चौरा आंदोलन स्वाधीनता संग्राम में कांड नहीं विद्रोह है : राजकुमार - Chauri-Chaura Rebellion Culture Assembly organized

राजधानी लखनऊ में चौरी-चौरा कांड की शताब्दी वर्षगांठ पर तथ्य फाउंडेशन सुमंगलम परिवार और कर्तव्य फाउंडेशन द्वारा सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कहा कि चौरी-चौरा आंदोलन स्वाधीनता संग्राम में कांड नहीं विद्रोह है.

चौरी-चौरा कांड की 99 वीं वर्षगांठ
चौरी-चौरा कांड की 99 वीं वर्षगांठ
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Published : Feb 3, 2021, 10:36 PM IST

लखनऊ : चौरी-चौरा आंदोलन स्वाधीनता संग्राम में कांड नहीं विद्रोह है. देश के स्वाधीनता आंदोलन में गांधीजी के असहयोग आंदोलन को समर्थन देने के लिए चौरी-चौरा के किसान, मजदूरों ने शराबबंदी, महंगाई आदि सामाजिक मुद्दों को लेकर आंदोलन किया था. इसमें अंग्रेज सरकार ने गोली चलवाई थी. यह बातें चौरी-चौरा कांड की शताब्दी वर्षगांठ पर तथ्य फाउंडेशन सुमंगलम परिवार और कर्तव्य फाउंडेशन द्वारा आयोजित चौरी-चौरा विद्रोह संस्कृति सभा में मुख्य वक्ता सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कही.

चौरी-चौरा कांड की वर्षगांठ
3 लोग हुए थे शहीद

उन्होंने कहा कि गोली लगने से तीन लोग शहीद हुए थे, जिसके परिणामस्वरुप विद्रोह शुरू हुआ था. चौरी-चौरा थाने में क्रांतिकारियों ने प्रदर्शन किया और थाना फूंक दिया था. आज देश के लिए मरने की नहीं जीने की आवश्यकता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह राणा ने कहा कि देश के लिए क्रांतिकारियों ने सर्वस्व समर्पण किया. राष्ट्रभक्ति और देश प्रेम की भावना की जागृति के लिए चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष समारोह पूरे देश में मनाया जाएगा.

'सशक्त, समृद्ध भारत बनाएं'

कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व क्षेत्रीय मंत्री अजित सिंह ने कहा कि युवा अपनी प्रतिभा, क्षमता देश को आत्मनिर्भर बनाने में समर्पित करें. क्रांतिकारियों के सपनों को सशक्त, समृद्ध भारत बनाएं. कवि विख्यात मिश्रा ने अपनी कविता 'लाखों घर बर्बाद हुए हैं' सुनाया. कर्तव्य फाउंडेशन के महासचिव डॉ. हरनाम सिंह ने कहा कि असहयोग आंदोलन से विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं का विकास से प्रारंभ हुआ है. सभा को सोमदत्त बाजपेई, मोहम्मद सोहेल, अभय दीक्षित, डॉ. विवेक जोशी और वेद प्रकाश ने संबोधित किया.

लखनऊ : चौरी-चौरा आंदोलन स्वाधीनता संग्राम में कांड नहीं विद्रोह है. देश के स्वाधीनता आंदोलन में गांधीजी के असहयोग आंदोलन को समर्थन देने के लिए चौरी-चौरा के किसान, मजदूरों ने शराबबंदी, महंगाई आदि सामाजिक मुद्दों को लेकर आंदोलन किया था. इसमें अंग्रेज सरकार ने गोली चलवाई थी. यह बातें चौरी-चौरा कांड की शताब्दी वर्षगांठ पर तथ्य फाउंडेशन सुमंगलम परिवार और कर्तव्य फाउंडेशन द्वारा आयोजित चौरी-चौरा विद्रोह संस्कृति सभा में मुख्य वक्ता सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कही.

चौरी-चौरा कांड की वर्षगांठ
3 लोग हुए थे शहीद

उन्होंने कहा कि गोली लगने से तीन लोग शहीद हुए थे, जिसके परिणामस्वरुप विद्रोह शुरू हुआ था. चौरी-चौरा थाने में क्रांतिकारियों ने प्रदर्शन किया और थाना फूंक दिया था. आज देश के लिए मरने की नहीं जीने की आवश्यकता है. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह राणा ने कहा कि देश के लिए क्रांतिकारियों ने सर्वस्व समर्पण किया. राष्ट्रभक्ति और देश प्रेम की भावना की जागृति के लिए चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष समारोह पूरे देश में मनाया जाएगा.

'सशक्त, समृद्ध भारत बनाएं'

कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व क्षेत्रीय मंत्री अजित सिंह ने कहा कि युवा अपनी प्रतिभा, क्षमता देश को आत्मनिर्भर बनाने में समर्पित करें. क्रांतिकारियों के सपनों को सशक्त, समृद्ध भारत बनाएं. कवि विख्यात मिश्रा ने अपनी कविता 'लाखों घर बर्बाद हुए हैं' सुनाया. कर्तव्य फाउंडेशन के महासचिव डॉ. हरनाम सिंह ने कहा कि असहयोग आंदोलन से विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार और स्वदेशी वस्तुओं का विकास से प्रारंभ हुआ है. सभा को सोमदत्त बाजपेई, मोहम्मद सोहेल, अभय दीक्षित, डॉ. विवेक जोशी और वेद प्रकाश ने संबोधित किया.

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