लखनऊः आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारा बड़े दलों से गठबंधन का अनुभव अच्छा नहीं रहा है. अब हम छोटे दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में जा रहे हैं. जहां तक बात समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ गठबंधन न होने की है तो उनसे मेरी कोई नाराजगी नहीं है. अखिलेश मेरे बड़े भाई हैं और मैं उनके खिलाफ आजाद समाज पार्टी का कोई प्रत्याशी नहीं उतारूंगा. हमने छोटे दलों को मिलाकर सामाजिक परिवर्तन मोर्चा गठित कर लिया है और हमें पूरा विश्वास है कि हम विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और जीत कर सरकार भी बनाएंगे.
लखनऊ के पार्टी कार्यालय पर प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब से दो दिन पहले मेरठ में हमने एक गठबंधन का ऐलान किया था और जैसे वह गठबंधन की सूचना आगे बढ़ी तो बाकी साथियों को भी विश्वास हुआ कि अब सामाजिक न्याय का जो मोर्चा बना है उस मोर्चे में हम लोग भी शामिल होकर अपने साथियों के साथ खड़े होकर संगठन को आगे बढ़ाएंगे. सामाजिक परिवर्तन मोर्चा के नाम से अपने सभी साथियों को साथ लेकर यह गठबंधन तैयार किया है. अब हमें समुद्र में नहीं कूदना है. छोटी-छोटी नदियों को इकट्ठा करके समुद्र बनना है.
ये भी पढ़ेंः यूपी में हर बार बदली गठबंधन की गणित...इस बार लगा ये गुणा-भाग
बड़े दलों से गठबंधन के अनुभव बहुत खराब हैं, लेकिन हम जैसे सताए गए लोग जिनको धोखा मिला है, उनसे गठबंधन के अनुभव बहुत अच्छे होने जा रहे हैं. अब हम सत्ता परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहे हैं न कि व्यक्तिगत लड़ाई. गठबंधन में जो पार्टियां प्रमुख रूप से शामिल हैं उनमें लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी, आजाद समाज पार्टी, भारतीय वीर दल, न्याय पार्टी, पिछड़ा समाज पार्टी, दिल्ली डेमोक्रेटिक अलायंस, सम्यक पार्टी, सर्वजन लोक शक्ति पार्टी, हरित क्रांति पार्टी, मजदूर किसान यूनियन पार्टी, वंचित समाज इंसाफ पार्टी, अखिल भारतीय गरीब पार्टी, भारतीय सर्वोदय क्रांति पार्टी, राष्ट्रीय कृषक दल, इंडियन नेशनल लीग, राष्ट्रीय जनवादी सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय सबका दल, अखिल भारतीय गरीब पार्टी, राष्ट्रीय समाज पार्टी, अखंड समाज पार्टी, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, न्याय पार्टी, मुस्लिम मजलिस, भारतीय एकता मंच, राष्ट्रीय उदय पार्टी, किसान दल और गरीब समाज पार्टी अब सामाजिक परिवर्तन मोर्चा के साथ हैं. यह हमारा संयुक्त मोर्चा है जिसके जरिए हम उत्तर प्रदेश में विकल्प देंगे. कुल मिलाकर लगभग 30 पार्टियां हमारे मोर्चा में शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश में हमने जो गठबंधन बनाया है. यह एससी, एसटी, ओबीसी और माइनॉरिटी के लोगों का है. यह सब वह लोग हैं जिन्हें नजरअंदाज किया गया है लेकिन उन्होंने जमीन पर काम किया. भागीदारी संकल्प मोर्चा में अब तक बाबूराम थे लेकिन अब उन्होंने भागीदारी मोर्चा छोड़कर हमें ज्वाइन किया है. तमाम जो भी नेता हमारे साथ खड़े हैं वह पूरे उत्तर प्रदेश में हमारे साथ घूमेंगे. जहां-जहां से लड़ेंगे वहां उनके साथ जाएंगे. यह सभी लोग हमें गोरखपुर में लड़ाने आएंगे. आज शाम गोरखपुर के लिए वर्चुअल मीटिंग है. इसी सप्ताह में गोरखपुर कूच करूंगा और बेहतर तरीके से चुनाव लड़ूंगा. जनता को विकल्प की जरूरत है हम जनता के लिए विकल्प बनेंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप