लखनऊ: सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं अधिकारी प्रशिक्षण कॉलेज ( Army Medical Corps Center and College) में सीनियर कैडर कोर्स के समापन पर गुरुवार को सेरेमोनियल परेड आयोजित की गई. इस पाठ्यक्रम में 104 गैर कमीशन अधिकारी जो ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज में प्रशिक्षित हैं, आने वाले समय में उच्च रैंकों के साथ तैनात होंगे. उन्होंने इस परेड में भाग लिया. ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज, एएमसी सेंटर और कॉलेज में इन बहादुर सैनिकों को दिए गए सैन्य प्रशिक्षण ने उनके मनोबल, आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाया है और उन्हें सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं के मूल्यों के साथ कनिष्ठ नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए तैयार किया है.
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि पूरी सैन्य परंपराओं के साथ आयोजित किए गए इस सेरेमोनियल परेड की समीक्षा मेजर जनरल जेपी प्रसाद, कमांडेंट और मुख्य प्रशिक्षक, ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज, एएमसी सेंटर एवं कॉलेज की तरफ से की गई. सैन्य अस्पताल लैंसडाउन के हवलदार (स्टोर कीपर तकनीशियन) राकेश सिन्हा को ड्रिल में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया. जबकि 187 सैन्य अस्पताल के हवलदार (नर्सिंग सहायक) ताखेलंबम तोम्बा सिंह को शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया और उन्हें कमांडेंट द्वारा स्मृति चिन्ह और योग्यता प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया. 163 सैन्य अस्पताल के हवलदार (स्वास्थ्य सहायक) संतोष यादव को पाठ्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए नायक दीपक सिंह, वीर चक्र रोलिंग ट्रॉफी और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया.
बहादुर गैर-कमीशन अधिकारियों को संबोधित करते हुए मेजर जनरल जेपी प्रसाद ने उन्हें पेशेवर क्षमता के उच्चतम क्रम को बनाए रखते हुए सेना चिकित्सा कोर की परंपराओं को बनाए रखने का आह्वान किया. उन्होंने उन्हें ऑफिसर्स ट्रेनिंग कॉलेज में दिए गए ज्ञान का निरंतर उन्नयन करने, सशस्त्र बलों की तरफ से प्रदान किए गए अवसरों का लाभ उठाने और अपनी पेशेवर आकांक्षाओं में सुधार करने की भी सलाह दी.
उन्होंने इस तथ्य पर फिर से जोर दिया कि सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा क्षेत्र और शांति में हमारे सैनिकों की गुणवत्तापूर्ण रोगी देखभाल के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने उन सभी को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और परेड के सावधानीपूर्वक संचालन के लिए बधाई दी.
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