लखनऊ: केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 'हर घर नल योजना' को पूर्ण करने में धनराशि की कोई कमी न आने देने का आश्वासन दिया है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 तक हर घर नल योजना से पेयजल पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया था. इस योजना को 2022 तक पूर्ण किये जाने का प्रयास किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश में योजना की सफलता के लिए समयबद्ध ढंग से कार्य किया जाना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ‘हर घर नल योजना’ के लक्ष्यों को हासिल करने में सफल होगा. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहा कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर नल योजना 2022 तक चार चरणों में पूरी की जाएगी. इन चार चरणों में बुंदेलखंड, विंध्य क्षेत्र, आर्सेनिक, फ्लोराइड और जेई/एईएस से प्रभावित क्षेत्र शामिल हैं. इन सभी चरणों के तहत जल जीवन मिशन के कार्यक्रम एक साथ संपादित किए जाएंगे.
गुणवत्ता वाली एजेंसियों के चयन के जरिये निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 30 जून को बुंदेलखंड क्षेत्र के झांसी, ललितपुर और महोबा जिलों की 12 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया जा चुका है. शेष चार जिलों के निर्माण कार्य भी शीघ्र प्रारंभ हो जाएंगे. इसके साथ ही विंध्य क्षेत्र के मिर्जापुर औऱ सोनभद्र जिलों में निर्माण कार्यों का शीघ्र शुभारंभ किये जाने की योजना बनाई जा रही है. आर्सेनिक, फ्लोराइड और जेई/एईएस प्रभावित क्षेत्रों के लिए डीपीआर की कार्रवाई की जा रही है. खुली निविदा के माध्यम से गुणवत्ता वाली एजेंसियों के चयन के जरिये निर्माण कार्यों को कराया जाएगा. मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर योगी सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह और केंद्रीय सचिव जल शक्ति मंत्रालय परमेश्वरन अय्यर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.