लखनऊ: केजीएमयू (KGMU) ट्रॉमा सेंटर को अब लेवल-वन का दर्जा मिल गया है. केंद्र सरकार के तय मानकों को पूरा करने पर केजीएमयू यह उपलब्धि हासिल हुई है. इस लिहाज से लेवल-1 का दर्जा प्राप्त करने वाला प्रदेश का पहला ट्रॉमा सेंटर बन गया है.
राज्यपाल ने लगाई मुहर, ऑर्डर जारी
ट्रॉमा सेंटर के सीएमएस डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक, मंगलवार को राज्यपाल की संस्तुति के बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने आदेश जारी किया है. केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में सभी तरह की सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं मरीजों को मुहैया कराई जा रही हैं. यहां, 24 घंटे सीटी स्कैन, एक्सरे, पैथोलॉजी संबंधी जांचें हो रही हैं. वहीं, न्यूरो सर्जरी, हड्डी, प्लॉस्टिक सर्जरी, ट्रॉमा सर्जरी, पीडियाट्रिक, एनआईसीयू, आईसीयू समेत दूसरी सुविधाएं मरीजों को मुहैया कराई जा रही हैं.
इसे भी पढ़ें-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानपुर दौरे से पहले जीका संक्रमण का आंकड़ा पहुंचा शतक पार
400 बेड का है ट्रॉमा सेंटर
केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में 400 बेड हैं. पांच मंजिला ट्रामा सेंटर में तीन क्रिटिकल केयर यूनिट हैं. डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक, श्रेणी के अनुसार प्रदेश भर के ट्रॉमा सेंटर को बांटा जाएगा. इसके लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई है. इसमें डॉ. संदीप तिवारी और चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय में तैनात डॉ. जीके अनेजा शामिल हैं. डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि श्रेणी के अनुसार मरीजों को ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा. इसके लिए एम्बुलेंस चालकों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा. इससे मरीजों को और बेहतर इलाज मिलने की राह आसान होगा. वहीं, केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में मरीजों का दबाव कम होगा.