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यूपी खनन घोटाले में 6 आईएएस अफसरों के खिलाफ CBI ने क्यों दर्ज की FIR !

यूपी में हुए खनन घोटाले के मामले में सीबीआई की शिकंजा कसता जा रहा है. बुधवार को सीबीआई टीम ने मामले के आरोपियों के घर छापेमारी की. यूपी के कई जिलों में हुई इस छापामारी के बाद सीबीआई ने तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापति समेत 6 आईएएस अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.

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Published : Jul 11, 2019, 5:48 PM IST

Updated : Jul 11, 2019, 7:19 PM IST

सीबीआई ने खनने घोटाले के आरोपियों पर कसा शिकंजा.

लखनऊ: वर्ष 2012-13 में उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में एक साथ खनन घोटाले को अंजाम दिया गया था. इसे लेकर सीबीआई ने तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापित समेत 6 आईएस अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इस मामले में बुधवार को सीबीआई ने छापेमारी भी की थी.

सीबीआई ने खनन घोटाले के आरोपियों पर कसा शिकंजा.
किन मामलों में दर्ज हुई एफआईआर आईएएस ऑफिसर अभय सिंह
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर अभय सिंह के आवास से 50 लाख रुपये बरामद किए हैं. साथ ही अभय के प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. जिस समय खनन घोटाले किए गए, उस समय अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे. अभय सिहं के खिलाफ वर्ष 2012 में फतेहपुर के डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने और नियमों को ताक पर रखकर 5 पट्टो का आवंटन कराने का आरोप है. सीबीआई की छापेमारी के समय अभय बुलंदशहर जिलाधिकारी के पद पर तैनात थे. छापेमारी के बाद अभय को डीएम पद से हटा दिया गया है.
आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार के राजधानी लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी की. छापेमारी में विवेक कुमार के घर से 3 प्लॉट के कागजात मिले हैं. विवेक पर आरोप है कि 4 मार्च 2013 से 10 जून 2013 तक देवरिया के जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने अवैध तरीके से खनन पट्टा दिया. खनन का पट्टा देने में इन्होंने सीधे तौर पर हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की. सीबीआई की छापेमारी के वक्त आईएस विवेक कुमार यूपी कौशल विकास निगम के एमडी के पद पर तैनात थे.

प्रमोटी आईएस डीएस उपाध्याय
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर डीएस उपाध्याय के घर भी छापेमारी की. उपाध्याय के आजमगढ़ स्थित आवाज से 10 लाख की धनराशि बरामद की. डीएस उपाध्याय पर आरोप है कि देवरिया में 3 नवंबर 2012 से 15 अप्रैल 2013 तक एडीएम प्रशासन व खनन प्रभारी पद के दौरान नियमों को ताक पर रखकर खनन के पट्टे दिए. मौजूदा वक्त में वह आजमगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे.

इन पर भी कसा शिकंजा
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर जे नंदन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है. 13 जिलों में एक साथ हुए खनन घोटाले के वक्त जयनंदन खनन विभाग के सचिव थे. इसके अलावा 6 मार्च 2013 से 18 मई 2017 तक विशेष सचिव खनन रहे प्रमोटी आईएस ऑफिसर संतोष सिंह व आईएस बी चंद्रकला के खिलाफ भी सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है.

लखनऊ: वर्ष 2012-13 में उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में एक साथ खनन घोटाले को अंजाम दिया गया था. इसे लेकर सीबीआई ने तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापित समेत 6 आईएस अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इस मामले में बुधवार को सीबीआई ने छापेमारी भी की थी.

सीबीआई ने खनन घोटाले के आरोपियों पर कसा शिकंजा.
किन मामलों में दर्ज हुई एफआईआर आईएएस ऑफिसर अभय सिंह
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर अभय सिंह के आवास से 50 लाख रुपये बरामद किए हैं. साथ ही अभय के प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं. जिस समय खनन घोटाले किए गए, उस समय अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे. अभय सिहं के खिलाफ वर्ष 2012 में फतेहपुर के डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने और नियमों को ताक पर रखकर 5 पट्टो का आवंटन कराने का आरोप है. सीबीआई की छापेमारी के समय अभय बुलंदशहर जिलाधिकारी के पद पर तैनात थे. छापेमारी के बाद अभय को डीएम पद से हटा दिया गया है.
आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार के राजधानी लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी की. छापेमारी में विवेक कुमार के घर से 3 प्लॉट के कागजात मिले हैं. विवेक पर आरोप है कि 4 मार्च 2013 से 10 जून 2013 तक देवरिया के जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने अवैध तरीके से खनन पट्टा दिया. खनन का पट्टा देने में इन्होंने सीधे तौर पर हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की. सीबीआई की छापेमारी के वक्त आईएस विवेक कुमार यूपी कौशल विकास निगम के एमडी के पद पर तैनात थे.

प्रमोटी आईएस डीएस उपाध्याय
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर डीएस उपाध्याय के घर भी छापेमारी की. उपाध्याय के आजमगढ़ स्थित आवाज से 10 लाख की धनराशि बरामद की. डीएस उपाध्याय पर आरोप है कि देवरिया में 3 नवंबर 2012 से 15 अप्रैल 2013 तक एडीएम प्रशासन व खनन प्रभारी पद के दौरान नियमों को ताक पर रखकर खनन के पट्टे दिए. मौजूदा वक्त में वह आजमगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे.

इन पर भी कसा शिकंजा
सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर जे नंदन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है. 13 जिलों में एक साथ हुए खनन घोटाले के वक्त जयनंदन खनन विभाग के सचिव थे. इसके अलावा 6 मार्च 2013 से 18 मई 2017 तक विशेष सचिव खनन रहे प्रमोटी आईएस ऑफिसर संतोष सिंह व आईएस बी चंद्रकला के खिलाफ भी सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है.

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लखनऊ। वर्ष 2012 13 में उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में एक साथ खनन घोटाले को अंजाम दिया गया इसको लेकर सीबीआई ने अपनी जांच में संदिग्ध 6 आईएस ऑफिसर का तात्कालिक खनन मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

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आईएएस ऑफिसर अभय सिंह

सीबीआई ने अपनी जांच में आईएएस ऑफिसर अभय सिंह के यहां से 5000000 रुपए बरामद किए हैं। अभय के यहां से प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं। जिस समय खनन घोटाले किए गए उस समय अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे। इनके ऊपर आरोप है कि वर्ष 2012 में फतेहपुर के डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने और नियमों को ताक पर रखकर 5 पट्टो का आवंटन किया है। जिस समय अभय सिंह के यहां सीबीआई ने छापेमारी की अभय जिला अधिकारी बुलंदशहर के पद पर तैनात थे। छापेमारी के बाद अभय को बुलंदशहर के डीएम के पद से हटा दिया गया है।




Body:आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार

बुधवार को सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार के राजधानी लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी की। छापेमारी में विवेक कुमार के यहां से 3 प्लॉट के कागजात मिले हैं। जिन्हें सीबीआई ने जप्त कर लिया। विवेक पर आरोप है कि 4 मार्च 2013 से 10 जून 2013 तक देवरिया के जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने अवैध तरीके से खनन पट्टा दिया। खनन का पट्टा देने में इन्होंने सीधे तौर पर हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना की। जिस समय सीबीआई ने छापेमारी की आईएस विवेक कुमार यूपी कौशल विकास निगम के एमडी के पद पर तैनात थे। छापेमारी के बाद विवेक कुमार को पद से हटा दिया गया है।

प्रमोटी आईएस डीएस उपाध्याय

सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर डीएस उपाध्याय के यहां भी छापेमारी की। उपाध्याय के आजमगढ़ स्थित आवाज से ₹1000000 बरामद किए गए। डीएस उपाध्याय पर आरोप है कि देवरिया में 3 नवंबर 2012 से 15 अप्रैल 2013 तक एडीएम प्रशासन व खनन प्रभारी पद के दौरान नियमों को ताक पर रखकर खनन के पट्टे किए। जिस समय डीएस उपाध्याय के यहां सीबीआई ने छापेमारी की यह आजमगढ़ के मुख्य विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे। छापेमारी के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया है।





Conclusion:सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर जे नंदन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है। जिस समय 13 जिलों में एक साथ खनन घोटाले हुए। उस समय जयनंदन खनन विभाग के सचिव थे। जयनंदन से भी पूछताछ की है इसी के साथ 6 मार्च 2013 से 18 मई 2017 तक विशेष सचिव खनन रहे प्रमोटी आईएस ऑफिसर संतोष सिंह व आईएस बी चंद्रकला के खिलाफ भी सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है।

संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
90 2639 25 26

Last Updated : Jul 11, 2019, 7:19 PM IST
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