लखनऊ: केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने वर्ष 2017-19 के बीच 466 करोड़ रुपये से अधिक सरकारी धन कथित रूप से यस बैंक में लगाने के मामले में दिल्ली-एनसीआर, लखनऊ, सिकंदराबाद और कोलकत्ता आदि शहरों में 14 स्थानों पर छापेमारी की. इसमें लखनऊ में हजरतगंज स्थित एक स्थान पर तलाशी ली गई है. इस मामले में ऑयस्टर बिल्डवैल प्राइवेट लिमिटेड, अवंथा समूह के प्रवर्तक गौतम थापर और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
सीबीआई प्रवक्ता के मुताबिक, सरकारी धन को कथित तौर पर यस बैंक में लगाने से जुड़े एक अन्य मामले में थापर के खिलाफ पहले ही जांच की जा रही है. यह मामला बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर से जुड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि वर्तमान मामले में सीबीआई ने रघुबीर कुमार शर्मा, राजेंद्र कुमार मंगल, तापसी महाजन और उनकी कपंनियों ऑयस्टर बिल्डवैल प्रा. लि., अवंथा रियल्टी प्रा. लि. के खिलाफ और झाबुआ पॉवर लि. के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला बैंक के मुख्य सतर्कता अधिकारी आशीष विनोद जोशी की 27 मई 2021 को दी गई शिकायत पर दर्ज किया गया था.
सीबीआई ने लखनऊ की कार्रवाई में कब्जे में लिए कई दस्तावेज
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपी 466.15 करोड़ रुपये के सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के लिए आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात, धोखाधड़ी और जालसाजी में संलिप्त हैं. उन्होंने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने दिल्ली और एनसीआर, लखनऊ (उत्तर प्रदेश), सिकंदराबाद (तेलंगाना) और कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में 14 स्थानों पर छापेमारी की. सूत्रों की मानें तो सीबीआई अफसरों ने लखनऊ के हजरतगंज स्थित एक स्थान पर छापेमारी कर सघन तलाशी कराई. जहां से सीबीआई ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए है.