लखनऊ : हजरतगंज से डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल (civil hospital in lucknow) में प्रदेशभर से मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. अब यहां इलाज के लिए आने वाले हृदय रोग के मरीजों को एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिल सकेगी. अभी तक कैथ लैब न होने से मरीजों को दूसरे संस्थान रेफर किया जा रहा था. अस्पताल प्रशासन ने कैथ लैब व टूडी ईको मशीन के लिए शासन से बजट की मांग की थी. शासन ने इसके लिए चार करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया है.
सिविल अस्पताल की ओपीडी में हर दिन करीब ढाई से तीन हजार मरीज इलाज के लिए आते हैं. कार्डियोलॉजी यूनिट में रोज करीब 200 की ओपीडी होती है. यहां पर अभी तक मरीजों को सिर्फ ईसीजी-ईको जांच की सुविधा मिल पा रही थी. अस्पताल की कैथ लैब करीब ढाई साल से खराब पड़ी है. इससे एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी नहीं हो पा रही थी. मरीजों को केजीएमयू व लोहिया संस्थान भेजा जा रहा था. वहां लोड अधिक होने के चलते मरीजों को इंतजार करना पड़ता था. शासन ने कैथ लैब के लिए 3,89,25,000 का बजट जारी किया है. इस बजट से कैथ लैब, टीएमटी व टूडी ईको मशीन की खरीद होगी. निदेशक डॉ. आनंद ओझा ने बताया कि बजट मिल गया है. उपकरण की खरीद जल्द करके उसे स्थापित किया जाएगा.
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि सरकार के द्वारा बजट स्वीकृत हुआ है और अब यहां पर एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की सुविधा मरीजों को मिल पाएगी. कार्डियोलॉजी ओपीडी में दिखाने के लिए रोजाना 250 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में 50 मरीज ऐसे होते हैं जिन्हें एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टी की जांच करानी होती थी, तो इसके लिए उन्हें अन्य बड़े अस्पतालों का रुख करना पड़ता था और वहां पर उन्हें घंटों लाइन में लगकर जांच करानी पड़ती थी. अब यह सारी समस्याएं दूर होने वाली हैं, जल्द ही टूडी इको मशीन सिविल अस्पताल में स्थापित होगी. इसके बाद उन तमाम मरीजों को सहूलियत होगी जो यहां इलाज कराने के लिए आते हैं. यह जांच मरीजों को निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी.
यह भी पढ़ें : नौकरी का इंतजार कर रहे लोगों के लिए खुशखबरी, इस विभाग के 42 पदों के लिए साक्षात्कार कार्यक्रम जारी