लखनऊः नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को लखनऊ और संभल सहित तमाम जगहों पर हिंसक घटनाएं और आगजनी हुई. इसी घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखनऊ में 170 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले में संलिप्त लोगों को चिन्हित कर गिरफ्तारी की जा रही है.
300 से अधिक लोग किए गए नजरबंद
लखनऊ में गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार जारी है. जानकारी के अनुसार सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सोशल साइट्स पर भड़काऊ पोस्ट और अन्य मामलों में अभी तक 24 से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वहीं करीब 300 से अधिक लोगों को नजरबंद किए जाने की भी जानकारी मिल रही है. हालांकि अभी तक औपचारिक रुप से सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई है.
इन स्थानों पर हुई थी हिंसक घटनाएं
राजधानी लखनऊ में 19 दिसंबर को खतरा बाजार, हुसैनाबाद, परिवर्तन चौक सहित अन्य स्थानों पर धरना प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हुई. मदेय पुलिस चौकी को जला दिया गया. पुलिस पर पथराव हुआ और पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज भी किया गया. अब ऐसे लोगों पर अंकुश और कार्रवाई के लिए गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू कर दिया गया है.
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पुलिस लगातार कर रही छापेमारी
देर रात से लेकर सुबह तक तमाम जगहों पर पुलिस की छापेमारी जारी थी. वहीं जो जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस की तरफ से मिली, उसके अनुसार अब तक 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दो दर्जन मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं, जिनमें आगजनी, हिंसक घटनाएं और सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट किए जाने के मामले शामिल हैं.
प्रदर्शनकारियों को किया जा रहा चिन्हित
हिंसा में शामिल लोगों को चिन्हित करने का भी काम किया जा रहा है. पूरे लखनऊ के तमाम इलाकों में हिंसात्मक प्रदर्शन करने वाले लोगों को चिन्हित करने का कार्य जारी है. लखनऊ में हुई हिंसा में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के दो दर्जन से अधिक वाहनों को फूंक दिए थे और तमाम सार्वजनिक संपत्ति का भी नुकसान पहुंचाया गया था.