लखनऊ: राजधानी में एक बार फिर रोहतास बिल्डर का नाम सुर्खियों में है. इस बार थाना हजरतगंज में तीन रस्तोगी भाइयों के ऊपर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके पहले भी रोहतास बिल्डर का नाम चर्चाओं में था, क्योंकि 21 कंपनियां बनाकर निवेशकों को प्लाट और मकान देने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की बात भी सामने आई. इन 21 कंपनियों के मास्टरमाइंड तीन रस्तोगी भाई हैं. इनमें पंकज रस्तोगी, परेश रस्तोगी, पीयूष रस्तोगी का नाम शामिल है. जिनके खिलाफ राजधानी में अलग-अलग थानों में 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. वहीं, अब कोतवाली हजरतगंज में उमेश शुक्ला की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
धोखाधड़ी मामले में रोहतास बिल्डर के रस्तोगी भाइयों पर मुकदमा
रोहतास बिल्डर का नाम राजधानी लखनऊ में अच्छे नाम के चलते नहीं, बल्कि धोखाधड़ी और पैसे हड़पने के मामले के चलते खूब लिया जाता है. अब फिर से एक और मुकदमा हजरतगंज कोतवाली में रोहतास बिल्डर पर दर्ज हुआ है. उमेश शुक्ला की तहरीर के आधार पर पंकज रस्तोगी, पीयूष रस्तोगी और परेश रस्तोगी के नाम मुकदमों में शामिल हैं. इन रस्तोगी भाइयों पर आरोप है कि उन्होंने कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर जमीन की धोखाधड़ी की है. वहीं, पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है.
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रोहतास बिल्डर ने 21 कंपनियां बनाकर ठगे 511 करोड़
राजधानी का ऐसा कोई थाना नहीं है, जहां पर रोहतास बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा न दर्ज हो. निवेशकों से प्लाट और मकान देने के नाम पर पीयूष, परेश और पंकज रस्तोगी ने मिलकर 511 करोड़ की ठगी की. यह कंपनियां ठगी करने के लिए बनाई गईं थीं. वहीं, रोहतास बिल्डर ने कई कंपनियों को सीधे जमीन भी ट्रांसफर कर दी थी. बिल्डर ने जनता को ही नहीं था, बल्कि बैंकों को भी खूब चूना लगाया है. केनरा बैंक, इंडियन बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट लिमिटेड, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक के करोड़ रुपये की ठगी की है.