लखनऊ : 12वीं के बाद बच्चों के सामने सबसे बड़ी दुविधा होती है कि वह कौन सा विषय चुनें ताकि उन्हें भविष्य में अच्छी नौकरी या प्लेसमेंट मिल सके. एक तरफ जहां बड़े विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में एक एक सीट पर कई कई छात्रों की दावेदारी होती है तो वहीं दूसरी ओर छात्र जानकारी के अभाव में ऐसे ट्रेडिशनल कोर्सेज में प्रवेश ले लेते हैं. जहां पर उनके कॅरियर को एक तरह से फुल स्टॉप लग जाता है. ट्रेडिशनल कोर्सेज से ग्रेजुएशन करने के साथ कई ऐसे इमर्जिंग सेक्टर हैं. जहां पर विद्यार्थी अगर थोड़ा सा ध्यान दें तो उसे एक अच्छा कॅरियर मिल सकता है. मौजूदा समय में ट्रेडिशनल विषयों के अलावा डाटा एनालिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व कंप्यूटर साइंस जैसे कई सर्टिफिकेट कोर्स व वोकेशनल कोर्स है. जिन्हें कर छात्र आसानी से अपने करियर में बेहतर कर सकते हैं.
कॅरियर काउंसलर डॉ. विशाल सक्सेना ने बताया कि कोविड-19 बाद जबरदस्त सिल्वर लाइनिंग आई है. ऑनलाइन एजुकेशन में इसके साथ-साथ बच्चों में बच्चों को एक चीज पता चल गया वन टू मैनी टीचिंग लर्निंग हम सीख सकते हैं. जरूरी नहीं कि हम ट्रेडिशनल तौर पर कॉलेज जाएं और एक ही टीचर से पढ़ें. हमारे पास ऑनलाइन इतने रिलायबल सर्टिफिकेट कोर्स है जहां पर बच्चे बहुत सारी चीजों को साइड बाइ साइड चला सकते हैं. जैसे अगर बात करें कॉमर्स स्टूडेंट की तो उसके पास ट्रेडिशनल ही ऑप्शन है कि वह बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स व बीबीए जैसे कोर्सेज को पढ़ें, लेकिन अभी उसके पास एक ऑप्शन यह भी है कि अगर उसको लगता है कि उसके पास कुछ स्किल या कुछ अलग है उसे कॉलेज नहीं जाना या कम जाना है. तो वह इग्नू या किसी सर्टिफाइड यूनिवर्सिटी से पहले यूजी कोर्स में एडमिशन लेले. उसे यह होगा कि उसके 3 साल में उसका एक सर्टिफिकेट हो जाएगा.
साथ में जैसे बात करते कोर्स एरा की वेबसाइट है, ईडीएक्स की वेबसाइट, यूडमी ऐप इनके ऊपर बहुत सारे सर्टिफिकेशन कोर्स है. जो फ्री ऑफ कॉस्ट हैं. जैसे कि अगर आपको छोटी सी कॉस्ट में कोई ऑनलाइन कोर्स करना है तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की वेबसाइट है. उसमें एनएसई एजुकेशन का एक सेगमेंट है. वैसे ही मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की वेबसाइट पर एजुकेशन का सेगमेंट है. सेबी की वेबसाइट पर जाइए इन जगहों से बहुत से ऑनलाइन कोर्स मौजूद हैं जहां एक- एक महीने के छोटे-छोटे सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं. यह सब सेल्फ बेस्ड प्रोग्राम होते हैं. जहां पर आपको एग्जाम कब देना है यह आप खुद चुनते हैं. आप एग्जाम की तैयारी कर लें और आपको जब एग्जाम देना है उसकी डेट खुद चयन कर ले और एग्जाम दे लें. इसे रिज्यूमें बिल्डिंग या सीवी बिल्डिंग कोर्स कहा जाता है. धीरे-धीरे आपको इग्नू या किसी डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन यूनिवर्सिटी के साथ आपका ग्रेजुएशन भी हो रहा है और आपके साथ सर्टिफिकेशन कोर्स भी इकट्ठा कर रहा है.
अगर नॉन ट्रेडिशनल किस की बात करें तो आप बीच में अच्छे ऑफिस में जाकर एक हफ्ते दो हफ्ते या तीन हफ्ते की इंटर्नशिप करते रहिए. जिसे तीन साल में जैसे ही इग्नू या किसी डिस्टेंस यूनिवर्सिटी से आपका ग्रेजुएशन पूरा होगा. आपके पास दो-तीन महीने की इंटर्नशिप क्या अनुभव हो जाएगा. जो आपके फ्यूचर के एंप्लॉय के लिए बड़ी चीज हो जाती है. जो आपको प्लेसमेंट में मौका देती है. नॉन्ट्रैडिशनल में कुछ काम करना है तो मेक इन इंडिया है. जैसे पिछले 40 साल चाइनीस इकोनामी के नाम रहे हैं. निश्चित रूप से वर्ल्ड बैंक आईएमएफ के डाटा आ रहे हैं अगले 50 साल भारतीय इकोनामी के होंगे. अगर आपके अंदर बिजनेस करने का जज्बा है तो आप एक स्टार्टअप का प्रोजेक्ट बनाएं, उसको लिखे और गवर्नमेंट के इनक्यूबेशन सेंटर्स पर जाएं. वहां आपका एक छोटा आईडीया अभी आपकी लाइफ को चेंज कर सकता है. हो सकता है कि उन सेंटर से आपको फंडिंग मिल जाए और आपका स्टार्टअप चल पड़े.
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