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KGMU के कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर ट्रांसफर, मरीज परेशान

राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में ट्रांसफर की गई है. इससे कार्डियोलॉजी के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

केजीएमयू.
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Published : Aug 9, 2019, 11:59 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में कैजुअलिटी की इमरजेंसी का संचालन होने की वजह से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. पहले से ही ट्रॉमा सेंटर ओवरलोड होने की वजह से वहां मरीजों को उपचार में परेशानी आ रही है. अब कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में स्थानान्तरित होने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी देते सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार.
  • राजधानी लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में कार्डियोलॉजी के मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
  • कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में ट्रांसफर होने के बाद मरीजों के लिए बेड की कमी हो गई है.
  • ऐसे में सामान्य मरीजों के बेड फुल होने पर मरीजों को बाहर से ही लौटा दिया जा रहा है.
  • ट्रॉमा कैजुअलिटी में 24 घंटे में करीब ढाई सौ से ज्यादा मरीज आते हैं और वहां पर 16 बेड हैं.
  • इसकी वजह से मरीजों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लारी की इमरजेंसी को जल्द ही लारी में ही शिफ्ट की जाएगी. इसके लिए बैठक हुई है, जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
-डॉ. एसएन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में कैजुअलिटी की इमरजेंसी का संचालन होने की वजह से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. पहले से ही ट्रॉमा सेंटर ओवरलोड होने की वजह से वहां मरीजों को उपचार में परेशानी आ रही है. अब कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में स्थानान्तरित होने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

जानकारी देते सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार.
  • राजधानी लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में कार्डियोलॉजी के मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
  • कार्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर में ट्रांसफर होने के बाद मरीजों के लिए बेड की कमी हो गई है.
  • ऐसे में सामान्य मरीजों के बेड फुल होने पर मरीजों को बाहर से ही लौटा दिया जा रहा है.
  • ट्रॉमा कैजुअलिटी में 24 घंटे में करीब ढाई सौ से ज्यादा मरीज आते हैं और वहां पर 16 बेड हैं.
  • इसकी वजह से मरीजों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लारी की इमरजेंसी को जल्द ही लारी में ही शिफ्ट की जाएगी. इसके लिए बैठक हुई है, जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
-डॉ. एसएन शंखवार, सीएमएस, केजीएमयू

Intro:राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में कैजुअल्टी की इमरजेंसी का संचालन होने की वजह से और बढ़ती जा रही है। पहले से ही ट्रामा सेंटर ओवरलोड होने की वजह से वहां पर मरीजों को उपचार में परेशानी आती है और अब लारी की इमरजेंसी भी वहां पर आ जाने की वजह से मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।




Body:राजधानी लखनऊ के ट्रामा सेंटर में लारी कार्डियोलॉजी के मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उसकी वजह यह है कि आधी कैजुअल्टी में लारी एमरजेंसी से चल रही है। ऐसे में सामान्य मरीजों के बेड फुल होने पर मरीजों को बाहर से ही लौटा दिया जाता है। कैजुअल्टी में बेड खाली होने पर मरीजों को अंदर बुलाया जाता है। ट्रामा कैसुअलिटी में 24 घंटे में करीब ढाई सौ से ज्यादा मरीज आते हैं। वहां पर 16 बेड है। इसमें आधे बेड पर लारी इमरजेंसी का संचालन किया जा रहा है। हर 1 घंटे पर कैजुअल्टी फुल हो जाती है। स्ट्रेचर तक अंदर आने की जगह नही बचती। मरीज घंटों तक इलाज के लिए तड़पते रहते हैं। कैजुअल्टी खाली होने पर मरीज को एक-एक करके अंदर बुलाया जाता है। इसी दौरान एंबुलेंस में ऑक्सीजन के इंतजार में आधे घंटे तक एक महिला बलरामपुर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती खदरा की रहने वाली मस्तक जहां को डॉक्टर ने हालत गंभीर होने पर एंबुलेंस से लारी भेजा था। लेकिन एंबुलेंस पर इसको लेकर लारी इमरजेंसी पहुंची तभी मरीज को सांस लेने में तकलीफ सीने में तेज दर्द हो रहा था। तीमारदार लारी इमरजेंसी पहुंचे तो वहां पर ताला बंद मिला। इसके बाद मरीज को ट्रामा सेंटर लाया गया बेटे रिफत परवीन का आरोप है कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर उनका मरीज था। लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए आधे घंटे तक कैसुअलिटी के चक्कर लगाए तब मिल पाया। इस पूरे मामले पर जब हमने केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से बातचीत करी तो उन्होंने कहा कि लारी की इमरजेंसी को जल्दी ही लारी में ही शिफ्ट करने की बैठक हुई है जल्द ही लिया निर्णय लिया जाएगा।

बाइट- डॉ एस एन शंखवार, सीएमएस,केजीएमयू






Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
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