लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में अभी तक पीजी और एलएलबी की प्रवेश परीक्षा की मेरिट को लेकर अभ्यर्थी सवाल उठा रहे थे, लेकिन अब अभ्यर्थी पीएचडी प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट में भी गड़बड़ी की आशंका जता रहे हैं. पीएचडी अभ्यर्थियों का कहना है कि उनको न तो ओएमआर की कॉपी दी गई और न ही आंसर सीट जारी की गई है. ऐसे में वह अपनी शिकायत किस आधार पर दर्ज कराएं.
दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों के विरोध के बाद पीजी प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट फिलहाल स्थगित कर दिया है. इसको देखते हुए अभ्यर्थी पीएचडी प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट की समीक्षा की मांग कर रहे हैं.
नहीं दी OMR कॉपी
लखनऊ विश्वविद्यालय में इस साल की प्रवेश परीक्षा खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया करीब 10 महीने से चल रही है. आमतौर पर सभी प्रतियोगी परीक्षा में अभ्यर्थियों को ओएमआर की कॉपी दी जाती है. लखनऊ विश्वविद्यालय ने इससे अलग हटकर अभ्यर्थियों को ओएमआर की कॉपी नहीं दी. इसके बाद आंसर की भी जारी नहीं की गई. ऐसी स्थिति में अगर अभ्यर्थी को मिले नंबर में फेरबदल कर दिया जाए तो उसको पता ही नहीं चलेगा और न ही वह अपनी बात रख पाएगा.
PG-PHD रिजल्ट की जांच की मांग
अभ्यर्थियों का कहना है कि लखनऊ विश्वविद्यालय की तरफ से गोपनीयता का दावा पूरी तरह से गलत है. जब उनको कुछ दिया ही नहीं गया है तो वह किस आधार पर अपनी बात रखें. पीजी प्रवेश की मेरिट बार-बार बदले जाने पर पीएचडी अभ्यर्थियों को भी अपने रिजल्ट पर शंका होने लगी है. वहीं समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता महेंद्र यादव के अनुसार पीजी के साथ ही उन्होंने पीएचडी के रिजल्ट की जांच की मांग की है.
पीएचडी प्रवेश परीक्षा के संबंध में अभी तक कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. अगर कोई शिकायत मिलती है तो अभ्यर्थियों की शिकायत का समाधान किया जाएगा.
दुर्गेश श्रीवास्तव, मीडिया प्रभारी, लखनऊ विश्वविद्यालय