ETV Bharat / state

UP D.EL.ED: 6 महीने बाद भी नहीं हुई परीक्षा, परेशान अभ्यर्थियों ने उठाया यह कदम

author img

By

Published : Aug 16, 2021, 3:33 PM IST

Updated : Aug 16, 2021, 3:50 PM IST

UP D.EL.ED 2019 बैच के प्रशिक्षुओं की ओर से सोमवार को लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया. इस बैच के तीसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं फरवरी माह में हो जानी चाहिए थी. चौथा सेमेस्टर भी आधिकारिक रूप से बीते 6 अगस्त को पूरा हो गया है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अभी तक इनकी परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला नहीं कर पाए हैं.

प्रदर्शन करते डीएलएड अभ्यर्थी.
प्रदर्शन करते डीएलएड अभ्यर्थी.

लखनऊ: UP D.EL.ED जैसे पाठ्यक्रम को लेकर जिम्मेदारों की लापरवाही अब खुलकर सामने आने लगी है. करीब 6 महीने का समय गुजर जाने के बावजूद डीएलएड की सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया. D.el.ed 2019 बैच की तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा बीते जनवरी फरवरी माह में होनी थी. 6 अगस्त को आधिकारिक रूप से चौथा सेमेस्टर भी पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक जिम्मेदार तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के बारे में भी कोई फैसला नहीं कर पाए हैं. इससे परेशान छात्र-छात्राओं की ओर से सोमवार को लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय का घेराव किया गया. उनका कहना है कि प्रदेश भर में करीब 80,000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं हैं, जो विभागीय स्तर पर हो रही लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं.

डीएलएड प्रशिक्षुओं की ओर से तीसरे सेमेस्टर में सभी को प्रमोट करने की मांग उठाई गई है. उनका कहना है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से एक सेमेस्टर की परीक्षा कराने और नतीजे जारी करने में करीब 3 महीने का समय लगता है. अब अगर परीक्षा कराई भी जाती है तो अक्टूबर-नवंबर तक तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के नतीजे जारी हो पाएंगे. चौथे सेमेस्टर की परीक्षा कब होगी? यह कहा भी नहीं जा सकता.

प्रशिक्षुओं का आरोप है कि करीब 1 महीने पहले सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से जल्द ही इस पर फैसला लेने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब उनकी ओर से हीला हवाली की जा रही है. उनका कहना है कि यह प्रकरण शासन स्तर पर लंबित है. वहां से फैसला होने के बाद ही कुछ हो पाएगा.

इसे भी पढ़ें- यूपी में चार महीने बाद आज से खुले स्कूल, कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य

एससीईआरटी (SCERT) कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षुओं ने बताया कि हमारा तृतीय सेमेस्टर छह फरवरी 2021 को औपचारिक रूप से और एससीईआरटी की गाइडलाइंस के अनुसार पूर्ण हो चुका है. कोरोना महामारी को देखते हुए लंबे समय तक तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा कराना असंभव है. दूसरी ओर कई विश्वविद्यालय, यूपी बोर्ड और अन्य संस्थान सेमेस्टर परीक्षा और वार्षकि परीक्षाओं को परीक्षार्थियों को प्रमोट करते जा रहे हैं. उनका कहना है कि सत्र लेट होने से उनका 1 साल पूरा बर्बाद हो रहा है. बावजूद इसके जिम्मेदार कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं.

लखनऊ: UP D.EL.ED जैसे पाठ्यक्रम को लेकर जिम्मेदारों की लापरवाही अब खुलकर सामने आने लगी है. करीब 6 महीने का समय गुजर जाने के बावजूद डीएलएड की सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया. D.el.ed 2019 बैच की तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा बीते जनवरी फरवरी माह में होनी थी. 6 अगस्त को आधिकारिक रूप से चौथा सेमेस्टर भी पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक जिम्मेदार तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के बारे में भी कोई फैसला नहीं कर पाए हैं. इससे परेशान छात्र-छात्राओं की ओर से सोमवार को लखनऊ स्थित एससीईआरटी कार्यालय का घेराव किया गया. उनका कहना है कि प्रदेश भर में करीब 80,000 से ज्यादा छात्र-छात्राएं हैं, जो विभागीय स्तर पर हो रही लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं.

डीएलएड प्रशिक्षुओं की ओर से तीसरे सेमेस्टर में सभी को प्रमोट करने की मांग उठाई गई है. उनका कहना है कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से एक सेमेस्टर की परीक्षा कराने और नतीजे जारी करने में करीब 3 महीने का समय लगता है. अब अगर परीक्षा कराई भी जाती है तो अक्टूबर-नवंबर तक तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा के नतीजे जारी हो पाएंगे. चौथे सेमेस्टर की परीक्षा कब होगी? यह कहा भी नहीं जा सकता.

प्रशिक्षुओं का आरोप है कि करीब 1 महीने पहले सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से जल्द ही इस पर फैसला लेने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन अब उनकी ओर से हीला हवाली की जा रही है. उनका कहना है कि यह प्रकरण शासन स्तर पर लंबित है. वहां से फैसला होने के बाद ही कुछ हो पाएगा.

इसे भी पढ़ें- यूपी में चार महीने बाद आज से खुले स्कूल, कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य

एससीईआरटी (SCERT) कार्यालय पर प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षुओं ने बताया कि हमारा तृतीय सेमेस्टर छह फरवरी 2021 को औपचारिक रूप से और एससीईआरटी की गाइडलाइंस के अनुसार पूर्ण हो चुका है. कोरोना महामारी को देखते हुए लंबे समय तक तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा कराना असंभव है. दूसरी ओर कई विश्वविद्यालय, यूपी बोर्ड और अन्य संस्थान सेमेस्टर परीक्षा और वार्षकि परीक्षाओं को परीक्षार्थियों को प्रमोट करते जा रहे हैं. उनका कहना है कि सत्र लेट होने से उनका 1 साल पूरा बर्बाद हो रहा है. बावजूद इसके जिम्मेदार कोई फैसला नहीं ले पा रहे हैं.

Last Updated : Aug 16, 2021, 3:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.