लखनऊ: आलमबाग स्थित इको गार्डन धरना स्थल पर 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षित सीटों पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के चयन को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने लगातार अपना धरना प्रदर्शन तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रखा. अभ्यर्थियों का आरोप है कि 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में शिक्षा अधिकारियों द्वारा अपने चहेतों को नौकरी देने के लिए हम लोगों की सीटों पर भी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों का चयन किया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक हम लोगों की मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक हम लोग लगातार धरना प्रदर्शन करते रहेंगे. इस धरना प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश के कई जिलों से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी इको गार्डन धरना स्थल पर मौजूद रहे. इनमें से कई महिला अभ्यर्थी अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ धरना स्थल पर पहुंचीं हैं.
69000 शिक्षक भर्ती मामले में शिक्षा अधिकारियों द्वारा आरक्षित वर्ग की सीटों पर सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के चयन का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने मंगलवार को एससीईआरटी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया था. यहां पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने का प्रयास किया और उन्हें इको गार्डन धरना स्थल पर भिजवा दिया. तब से लगातार गुरुवार को तीसरे दिन भी अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर इको गार्डन धरनास्थल पर मौजूद रहे.
सड़क पर काटनी पड़ रही हैं रातें
दूरदराज जिले से आये अभ्यर्थी सड़क पर रात काटने को मजबूर हैं. इनमें से कई महिला अभ्यर्थी भी हैं जो धरना स्थल से शाम 5:00 बजे बाहर कर दिए जाने पर सड़कों पर घूम कर या जिसको जहां स्थान मिला वहीं पर रात बिताने को मजबूर हैं. ठंडी के इस मौसम में अपनी मांगों को लेकर अभ्यर्थी सड़कों पर रात बिताने को मजबूर हैं.
अभ्यर्थियों का आरोप
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि 27% आरक्षण में मात्र 3% दिया गया है. अभ्यर्थियों ने बताया 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में 67867 शिक्षकों की भर्ती की गई है, जिसमें से केवल ओबीसी वर्ग में 2684 आरक्षित वर्ग की सीटें भरी गई है. जबकि 27% आरक्षण के हिसाब से सीटें भरी जानी चाहिए थी.
मांगे न माने जाने पर जारी रहेगा धरना
अभ्यर्थियों ने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है हम लोग निरंतर धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे. सरकार हमारे अधिकारों को छीनना चाहती है लेकिन हम लोग अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं और अपना अधिकार सरकार से हम लेकर रहेंगे.