लखनऊ: राजधानी की सड़कों पर कैब के रूप में संचालित हो रहीं प्राइवेट बाइक टैक्सी को तत्काल बंद किये जाने की मांग को लेकर संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कैब चालकों ने सोमवार को ईको गार्डन में धरना (Cab drivers protest against bike taxi in Lucknow) दिया. इस दौरान कैब ओनर्स-चालक वेलफेयर समिति के प्रदेश अध्यक्ष आरके पांडेय ने बताया कि शहर में संचालित हो रही प्राइवेट बाइक टैक्सी (Protest against private bike taxi in Lucknow) के चलते कैब संचालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इन्हें तत्काल बंद किया जाना चाहिए. इसके अलावा प्राइवेट कार भी कई कैब कंपनियों से करार कर सवारियां ढो रही हैं. इन पर रोक लगाते हुए दंडात्मक कार्रवाई की जाए. कैब संचालन कंपनियों के लाइसेंस की भी जांच होनी चाहिए. कैब का किराया बढ़ाया जाना चाहिए,
बस स्टेशन पर नहीं मिलती बस: लखनऊ. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन टिकट बुक कराना यात्रियों को भारी पड़ रहा है. वे टिकट बुक कराकर निश्चिंत हो जाते हैं, लेकिन जब बस स्टेशन पर बस पकड़ने पहुंचते हैं तो पता चलता है कि बस है ही नहीं. फिर यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. पहले तो उन्हें दूसरे साधन की व्यवस्था करनी पड़ती है फिर रिफंड के लिए परिवहन निगम के चक्कर लगाने पड़ते हैं..ऐसे कई मामले सामने आने पर परिवहन निगम के अधिकारी कोई जवाब ही नहीं दे पा रहे हैं.
यात्री जॉय सिंह ने कैसरबाग से सीतापुर के लिए पीएनआर नंबर 000000028226 पर बस बुक की. बस स्टेशन पहुंचे तो बस थी ही नहीं..अधिकारियों ने बताया कि आज बस नहीं जाएगी. जॉय सिंह ने दूसरी बस से यात्रा की. अब परिवहन निगम से रिफंड की रिक्वेस्ट की है. परिवहन निगम में पहले तो बसें ऑनलाइन नहीं थीं, अब हुईं हैं तो बस अड्डे से ही नदारद हैं। ऑनलाइन पोर्टल पर बसों की संख्या बढ़ी तो बुकिंग भी बढ़ गई, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण टिकट कैंसिलेशन के केस भी बढ़ गए हैं. टिकट बुकिंग कराकर बस पकड़ने पहुंच रहे यात्रियों को बसें नहीं मिल रहीं हैं. परिवहन निगम के एमडी मासूम अली सरवर ने बताया इस संबंध में अधिकारियों को अपडेट करने के लिए निर्देशित किया जाएगा.
पुलिस लिखे चार पहिया वाहन में मिले स्कूली बच्चे: लखनऊ में परिवहन विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों ने स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की. स्कूली वाहनों की चेकिंग में कई वाहन ऐसे मिले, जिनके पास स्कूली वाहन का परमिट नहीं था. चेकिंग के दौरान ऐसे ही पुलिस लिखे चार पहिया वाहन में स्कूली बच्चे सवार मिले. आरटीओ के चेकिंग दल ने ऐसे वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई कर वाहन छोड़ दिया. एआरटीओ अमित राजन राय ने बताया कि आशियाना, वृंदावन, आरडीएसओ, राजाजीपुरम क्षेत्र में विभिन्न स्कूल के पास वाहनों की चेकिंग की गई, जिसमें 14 वाहन ऐसे पकड़े गए जिसमें स्कूली बच्चों का अवैध परिवहन प्राइवेट वाहन कर रहे थे. ऐसे वाहनों के खिलाफ 10 हजार रुपये बगैर परमिट और बगैर डीएल मिलाकर करीब 18-18 हजार रुपये का चालान किया गया.
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