लखनऊ: राजधानी के कृष्णानगर इलाके के अवध चौराहे पर युवती द्वारा हुए हाई वोल्टेज ड्रामा प्रदेश ही नहीं देश मे भी तूल पकड़ चुका है. इस मामले में सहादत अली के खिलाफ उस युवती ने कई गंभीर आरोप लगाए. लेकिन हकीकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. इस मामले की पहले एडीसीपी सेंट्रल ने जांच की, जिसमें अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंपी थी, जिसके आधार पर इंस्पेक्टर समेत दो दरोगाओं को लाइन हाजिर किया गया था. इसके साथ ही ओला चालक सहादत अली के शिकायती पत्र के आधार पर उस युवती के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. लेकिन टैक्सी चालक का कहना है कि अभी तक उस युवती के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
टैक्सी चालक सहादत अली ने ईटीवी भारत के कैमरे पर बात करते हुए बताया कि 30 जुलाई की शाम को वह सरोजनीनगर की ओर से आ रहा था, लेकिन इसी बीच अवध चौराहा पर रेड लाइट होते ही वह रुक गया. इसी दौरान उसकी गाड़ी के आगे से निकल रही युवती अचानक रुकी और उसकी कार के बोनट पर लगे मोबइल फोन को तोड़ दिया. यही नहीं, वह इतने पर भी नहीं रुकी, और लगातार थप्पड़ों की बारिश करते हुए उसकी जेब से पैसे भी निकाल लिए.
आरोप है कि युवती के द्वारा जब उसपर थप्पड़ों की बारिश की जा रही थी उस समय चौराहे पर दो पुलिसकर्मी भी थे, लेकिन उन्होंने उसको बचाने की कोई कोशिश नहीं की. पुलिस ने उसको थाना पर ले जाकर पिटाई की और 22 घंटे तक भूखा रखा. सहादत का कहना है कि गुरुवार को उसके बयान दर्ज करने के लिए बंथरा इंस्पेक्टर द्वारा थाने पर बुलाया गया था और उसका बयान भी दर्ज किया गया है. आरोप है कि पुलिस कार्रवाई तो कर रही है लेकिन उस युवती को गिरफ्तार भी नहीं कर रही है.
बता दें कि 30 जुलाई की शाम की पूरी वारदात है, जहां कृष्ण नगर की रहने वाली प्रियदर्शनी नामक युवती ने वजीरगंज के रहने वाले शहादत के ऊपर थप्पड़ों की बारिश कर दी थी. लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए 151 में केस दर्ज कर दिया. इसी बीच उसका भाई दाऊद पता लगाते हुए जब उस तक पहुंचा, तो उसके खिलाफ भी धारा 151 की कार्यवाही कर दी गई थी. इसी बीच पीड़ित का आरोप था कि उसकी थाने में बंद की गई गाड़ी को छोड़ने के विषय पर थाने पर 25 हजार रुपये की डिमांड की गई थी. लेकिन 10 हजार रुपये लेकर गाड़ी छोड़ दी गई थी.