लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बस बेड़े में ज्यादातर बसें पुरानी हो चुकी हैं. ऐसे में इनके रखरखाव पर कहीं ज्यादा खर्च हो रहा है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने नई बसों को निगम के बस बेड़े में शामिल करने का फैसला लिया है. परिवहन मंत्री ने कहा है कि रोडवेज की फ्लीट में जल्द ही 7000 नई बसें शामिल की जाएंगी. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम इन बसों की खरीद स्वयं करेगा. नई बसों के आने से यात्रियों को यात्रा करने में सुविधा मिलेगी. परिवहन मंत्री ने बताया कि 7000 बसों में से 1100 बसों की खरीद की प्रक्रिया निगम प्रशासन की तरफ से शुरू भी कर दी गई है, जल्द ही इतनी बसें बस बेड़े में शामिल हो जाएंगी.
ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से लखनऊ के लिए एक-एक वातानुकूलित वोल्वो बस संचालित की जाएगी. गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, आगरा, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी और कानपुर के लिए एक से ज्यादा वोल्वो हर दिन संचालित कराई जाएगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि पहले से ही धार्मिक स्थलों के लिए रोडवेज बसों का संचालन कराया जा रहा है. लेकिन, अब प्रदेश के धार्मिक स्थलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों के धार्मिक स्थलों के लिए भी वातानुकूलित वोल्वो बस सेवा शुरू की जाएगी. उत्तर प्रदेश के अयोध्या से राजस्थान के पुष्कर तक प्रतिदिन वोल्वो बस सेवा जल्द शुरू कराई जाएगी. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने यह भी कहा है कि दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा के साथ अनुबंध की शर्तों के मुताबिक दिल्ली में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 500 बसें संचालित कराई जाएंगी. इससे उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली एनसीआर आने जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा है कि अभी तक 7% राजमार्गों पर रोडवेज की बसें ही संचालित होती हैं. 93% रूट पर रोडवेज के साथ-साथ प्राइवेट बसों का भी संचालन किया जाता है. लेकिन, अब आगामी 29 नवंबर को प्रदेश सरकार अपने हिस्से के सात प्रतिशत रूट पर भी निजी बसों को परमिट की मंजूरी देने जा रही है. जिससे लखनऊ और दिल्ली के लिए ज्यादा बसें संचालित हो सकें और यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिल सके. उन्हें बस के अभाव में इधर-उधर भटकना न पड़े.
यह भी पढ़ें: परिवहन विभाग अब नहीं बढ़ाएगा ओटीएस योजना की अवधि, पांच दिन और आवेदन कर उठा सकेंगे छूट का फायदा
अयोध्या से पुष्कर के लिए जल्द शुरू होगी वोल्वो बस सेवा, धार्मिक स्थलों को जोड़ेगी रोडवेज बसें: परिवहन मंत्री
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में 7000 नई बसें शामिल की जाएंगी. 7000 बसों में से 1100 बसों की खरीद की प्रक्रिया निगम प्रशासन की तरफ से शुरू भी कर दी गई है.ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से लखनऊ के लिए एक-एक वातानुकूलित वोल्वो बस संचालित की जाएगी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बस बेड़े में ज्यादातर बसें पुरानी हो चुकी हैं. ऐसे में इनके रखरखाव पर कहीं ज्यादा खर्च हो रहा है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने नई बसों को निगम के बस बेड़े में शामिल करने का फैसला लिया है. परिवहन मंत्री ने कहा है कि रोडवेज की फ्लीट में जल्द ही 7000 नई बसें शामिल की जाएंगी. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम इन बसों की खरीद स्वयं करेगा. नई बसों के आने से यात्रियों को यात्रा करने में सुविधा मिलेगी. परिवहन मंत्री ने बताया कि 7000 बसों में से 1100 बसों की खरीद की प्रक्रिया निगम प्रशासन की तरफ से शुरू भी कर दी गई है, जल्द ही इतनी बसें बस बेड़े में शामिल हो जाएंगी.
ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने यह भी कहा है कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से लखनऊ के लिए एक-एक वातानुकूलित वोल्वो बस संचालित की जाएगी. गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, आगरा, अयोध्या, चित्रकूट, झांसी और कानपुर के लिए एक से ज्यादा वोल्वो हर दिन संचालित कराई जाएगी. परिवहन मंत्री ने कहा कि पहले से ही धार्मिक स्थलों के लिए रोडवेज बसों का संचालन कराया जा रहा है. लेकिन, अब प्रदेश के धार्मिक स्थलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों के धार्मिक स्थलों के लिए भी वातानुकूलित वोल्वो बस सेवा शुरू की जाएगी. उत्तर प्रदेश के अयोध्या से राजस्थान के पुष्कर तक प्रतिदिन वोल्वो बस सेवा जल्द शुरू कराई जाएगी. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने यह भी कहा है कि दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा के साथ अनुबंध की शर्तों के मुताबिक दिल्ली में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की 500 बसें संचालित कराई जाएंगी. इससे उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से दिल्ली एनसीआर आने जाने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी.
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा है कि अभी तक 7% राजमार्गों पर रोडवेज की बसें ही संचालित होती हैं. 93% रूट पर रोडवेज के साथ-साथ प्राइवेट बसों का भी संचालन किया जाता है. लेकिन, अब आगामी 29 नवंबर को प्रदेश सरकार अपने हिस्से के सात प्रतिशत रूट पर भी निजी बसों को परमिट की मंजूरी देने जा रही है. जिससे लखनऊ और दिल्ली के लिए ज्यादा बसें संचालित हो सकें और यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिल सके. उन्हें बस के अभाव में इधर-उधर भटकना न पड़े.
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