लखनऊ : मैं बिजली विभाग में काम करती हूं और वर्ष 2024 में मेरा रिटायरमेंट होने वाला है. पूरी जिंदगी की कमाई अपने घर में लगाया था. बेटी की शादी करनी है. अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है. रिटायरमेंट से पहले सोचा था, बेटी की शादी करा दूंगी. अब तो मेरे हाथ में कुछ भी नहीं है. खुद का घर भी नहीं है. मैं कैसे क्या करूंगी सोच-सोच कर मेरा दिमाग काम करना बंद कर रहा है और दिल बैठा जा रहा है. यह बातें अलाया अपार्टमेंट के मलबे से निकाली गई महिला रंजना अवस्थी ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहीं.
6 साल के बच्चे को भी मलबे से निकाला गया है. बच्चे की माता पिता और दादी अभी मलबे में दबे हुए हैं. अभी तक मलबे से उन्हें नहीं निकाला जा पाया है. बच्चे की चाचा सावेद ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि बच्चे की तबीयत काफी ज्यादा खराब है कल और भी ज्यादा नाजुक थी, लेकिन अभी कल से बेहतर है. अभी वह पूरी तरह से सदमे में है और बुरी तरह से चोटिल हुआ है. अभी तक मलबे से बच्चे के माता-पिता व दादी नहीं मिली है डर इस बात का है कि बच्चा जब आंख खुलेगा उस समय बच्चे को क्या जवाब देंगे कि उसके माता-पिता और दादी कहां है.
अलाया अपार्टमेंट ढहने से बहुत सारे लोगों को नुकसान पहुंचा है. फिलहाल अभी भी रेस्क्यू चल रहा है और लगातार मलबे से दबे हुए लोगों को निकाला जा रहा है. सिविल अस्पताल में मौजूदा समय में 8 मरीज भर्ती हैं, जबकि एक मरीज डिस्चार्ज हुआ है. पीड़ित लोगों ने ईटीवी भारत से यह दर्दनाक हादसा साझा किया. पीड़ितों की मांग है कि बिल्डर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.