लखनऊ: एक वक्त था, जब बसपा मीडिया से सीमित रहती थी. वहीं, सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी बनाए रखती थी. मगर, वक्त से तालमेल बिठाने के लिए पार्टी ने खुद की नीति बदलने का फैसला किया है. लिहाजा, अब हाथी सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर अपनी ताकत बढ़ाएगा. इसके लिए जल्द ही आधिकारिक यूट्यूब चैनल की घोषणा होगी. साथ ही पार्टी का फेसबुक पेज भी होगा. यूपी में विधानसभा चुनाव अपनी रौ में आ चुका है.
वहीं, कोविड के चलते रैलियों पर पाबंदियां लग गई हैं. लिहाजा, राजनीतिक दलों का सोशल मीडिया पर घमासान जोर पकड़ेगा. इस लिहाज से बसपा की भी तैयारियां तेज हैं. बसपा स्टेट कार्यालय में चुनाव के लिए हाईटेक 'वार रूम' बन रहा है. जहां से बसपा प्रमुख मायावती वर्चुअल रैली करेंगी. क्षेत्र में एलईडी स्क्रीन लगेंगी. यह जिम्मा जिलाध्यक्ष और प्रत्याशियों को सौंपा गया है. इसके अलावा बसपा-यूपी का वेरीफाई फेसबुक पेज भी होगा. अभी समर्थक की ओर से पेज बनाया गया है. पार्टी अधिकारिक तौर पर ट्वीटर पर ही है. वहीं यूट्यूब चैनल भी होगा. इन दोनों पर मायावती का वर्चुअल संबोधन भी होगा.
अभी बसपा की सोशल मीडिया ताकत
- -बसपा का फेसबुक पर कोई वेरीफाई पेज नहीं है
- -ट्विटर पर बीएसपी इंडिया के -25 हजार फ़ॉलोअर्स
- -ट्विटर पर बीएसपी यूपी के -21 हजार 800 फॉलोअर्स
प्रमुख नेताओं की सोशल मीडिया पर पहुंच
मायावती : बसपा अध्यक्ष
- फेसबुक-अधिकारिक पेज नहीं
- ट्विटर-2.3 मिलियन फॉलोअर्स
- इंस्टाग्राम-एकांउट नहीं
- यूट्यूब-एकाउंट नहीं
- कू- अकाउंट नहीं
सतीश चंद्र मिश्रा-बसपा महासचिव
- फेसबुक-एक लाख फ़ॉलोअर्स
- ट्विटर-41.8 हजार
- इंस्टाग्राम-एकांउट नहीं
- यूट्यूब-461 सब्सक्राइबर
- कू- 1 लाख 96 हजार फ़ॉलोअर्स
बसपा अपनी सोशल मीडिया पर पहुंच बढ़ा रही है. चुनाव को लेकर डिजिटल सिस्टम भी तैयार किया जा रहा है. पार्टी पूरी दमखम के साथ मैदान में है. बसपा की सरकार यूपी में बनना तय है.
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