लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन हंगामे के बीच विधेयक पास कराए जाने को नियम विरुद्ध बताकर बहुजन समाज पार्टी ने सदन से वाकऑउट कर दिया. बहुजन समाज पार्टी का आरोप है कि शून्य प्रहर के बाद विधेयक पास होने की परंपरा है, लेकिन सरकार जल्दबाजी में विधेयक पास करा रही है.
बहुजन समाज पार्टी के नेता विधान मंडल दल लालजी वर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विधानसभा में भाजपा सरकार जिस प्रकार से विधेयक पास करा रही है, इससे बहुजन समाज पार्टी ने बहिर्गमन किया है. बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार से सवाल कर रही है. प्रदेश में पिछड़े वर्ग, ब्राह्मणों और दलितों के साथ अन्याय हो रहा है. बसपा ने लोकतांत्रिक ढंग से इन विषयों पर चर्चा की मांग की, लेकिन सरकार शून्य प्रहर के बीच ही विधेयक पास कराने में जुटी है, जिसके चलते बसपा ने सदन का बहिर्गमन किया है.
लालजी वर्मा ने कहा कि लखीमपुर में हत्या, आजमगढ़ में प्रधान की हत्या, आगरा में बस कांड प्रदेश की खराब कानून व्यवस्था के प्रमाण हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के तहत यूपी में अपराध बढ़े हैं, लेकिन योगी जी कानून व्यवस्था ठीक होने का दावा करते हैं. जाति, धर्म देखकर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. प्रदेश का बड़ा हिस्सा बाढ़ से जूझ रहा है. किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है. कोविड के दौरान संक्रमितों और दूसरे मरीज को अस्पताल में भर्ती होने परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बसपा का सवाल है कि ब्राह्मण समाज का एक अपराधी मिला तो क्या उस समाज में सभी लोग अपराधी हो गए. सरकार का ये पक्षपातपूर्ण रवैया ठीक नहीं है. भाजपा, संघ से जुड़े लोग के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है. ऐसे ही मुद्दों पर हमने चर्चा की मांग की, लेकिन सरकार चर्चा करना नहीं चाहती. इसलिए हमने सदन का बहिर्गमन किया है.