लखनऊः विधानसभा चुनाव 2022 सिर पर है. ऐसे में सभी पार्टियां इसकी तैयारी में जुट गई हैं. यूपी में अपनी सियासी जमीन खो चुकी मायावती को एसपी सुप्रीमो अखिलेश ने पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन कर संजीवनी तो पहले ही दे दी है. उत्तर प्रदेश की सियासत में तीसरी पार्टी बन चुकी मायावती ने एसपी से गठबंधन कर प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी का तमगा एसपी को खिसकाकर अपने ले लिया है. अब वे विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भी सक्रिय हो गई हैं. ऐसे में उन्होंने सबसे पहले अपने तीन उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है.
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सबसे पहले बीएसपी ने प्रत्याशियों के नाम के ऐलान की शुरुआत कर दी है. बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को तीन उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए हरी झंडी दे दी है. इसके साथ ही क्षेत्र में उम्मीदवारों को सभी तैयारियां तेज करने के दिशा निर्देश पार्टी सुप्रीमो मायावती की ओर से दिए गए हैं.
बहुजन समाज पार्टी ने जिन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. उनमें कानपुर की बिठूर सीट से रमेश सिंह यादव, इटावा भरथना सीट से कमलेश अम्बेडकर और कानपुर देहात की सिकंदरा सीट से लालजी शुक्ल को प्रत्याशी बनाया है.
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती हमेशा उम्मीदवार उतारने में सबसे पहले रहती हैं. उन्होंने आज तीन उम्मीदवारों के नाम फाइनल करते हुए उन्हे चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का दिशा निर्देश दिए हैं. तीन उम्मीदवारों के नाम घोषित करते हुए बहुजन समाज पार्टी ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों को तेज करने का काम शुरू कर दिया है.
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सभी घोषित तीनों उम्मीदवारों को अपने क्षेत्र में सक्रिय रहने और सर्व समाज को जोड़कर चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने को कहा गया है. बहुजन समाज पार्टी अब धीरे-धीरे कर क्षेत्रीय स्तर पर उम्मीदवारों के नाम घोषित करने का काम शुरू करेगी. इसका साथ ही क्षेत्र स्तर पर सम्मेलन करके चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने का काम तेज होगा. इसके लिए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने ब्राह्मण कार्ड पहले ही चल दिया है. अब देखना ये है कि उनकी ये पुरानी सोशल इंजीनियरिंग 2022 में क्या रंग लाती है. वे 2007 का करिश्मा दोहरा पाती हैं या नहीं.