लखनऊ : बसपा प्रमुख मायावती ने बुधवार को लखनऊ के स्मृति उपवन में चुनावी हुंकार भरी. बसपा प्रमुख मायावती ने मंडलीय जनसभा में भाजपा, सपा, कांग्रेस पर हमला बोलकर 46 विधानसभा के समीकरण साधने की कोशिश की. इन सीटों पर अगले चरणों में मतदान होना है. संबोधन के दौरान बसपा प्रमुख ने राजधानी लखनऊ में विकास कराने का दावा एवं अपराधियों को जेल में भेजने की बात कही.
मायावती ने कहा कि बीजेपी की सरकार में युवाओं पर धरना-प्रदर्शन करते वक्त मुकदमें लिखे गए. प्रदेश में बसपा की सरकार बनने पर जांच कराकर युवाओं पर लगाए गए इन मुकदमों को वापस लिया जाएगा. साथ ही कर्मिचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाएगी. इसके अलावा लखनऊ और मंडल के सभी जिलों का कायाकल्प किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यूपी में विवादित कानून लागू नहीं होने देंगे.
मायावती ने भाजपा, सपा, कांग्रेस को निशाने पर रखा. उन्होंने कहा कि सपा गुंडों की सरकार है, इसमें दंगे बढ़ जाते हैं. विकास सिर्फ एक क्षेत्र और जाति का होता है. सपा की सरकार पिछड़ों की भी विरोधी है. सपा ने संसद में प्रमोशन में आरक्षण को लेकर बिल फाड़ दिया था. बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा कि यूपी की मौजूदा सरकार ने दलित महापुरुषों के नाम पर रखे गए जिलों, शिक्षण संस्थानों, पार्कों के नाम बदल दिए.
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भाजपा सरकार में भी जातिवादी मानसिकता साफ झलकती है. भाजपा सरकार में दलित उत्पीड़न बढ़ा है. ताजा मामला उन्नाव प्रकरण का है. इसके अलावा बीजेपी का अल्पसंख्यकों के प्रति रवैया भी ठीक नहीं है, उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. प्रबुद्ध वर्ग में ब्राह्मणों के साथ भी अत्याचार हो रहा है.
जनता को इन सभी से बसपा ही मुक्ति दिला सकती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का वर्षों तक केंद्र और राज्य में शासन रहा. लेकिन कांग्रेस बाबा साहब को भारत रत्न मिलने की विरोधी रही है. कांग्रेस ने काशीराम के मूवमेंट में भी बाधा पहुंचाई. साथ ही आरक्षण में भी खिलवाड़ किया है.
मायावती ने कहा बीजेपी सरकार की नीतियां बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ऐसे में आम जनता त्रस्त है, गरीबी बढ़ रही है, महंगाई चरम पर है. बेरोजगारी के कारण युवाओं का पलायन हो रहा है. ऐसे में बसपा सरकार को लाना आवश्यक है, बसपा सरकार सर्वजन हिताय के आधार पर नीति बनाकर बेहतर शासन मुहैया कराएगी. गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में करीब 59 सीटों पर मतदान होगा. आगामी चुनाव को लेकर बसपा प्रमुख ने लखनऊ मंडल की 46 सीटों के चुनावी समीकरण बनाने के लिए सभा की.
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